भारत-नेपाल बॉर्डर पर नेपाली प्रशासन के एक्शन के बाद अब भारतीयों की ओर से सख्त रिएक्शन दिखने को मिला

भारत-नेपाल बॉर्डर पर नेपाली प्रशासन के एक्शन के बाद अब भारतीयों की ओर से सख्त रिएक्शन दिखने को मिला

भारत-नेपाल बॉर्डर पर नेपाली प्रशासन के एक्शन के बाद अब भारतीयों की ओर से सख्त रिएक्शन दिखने को मिला है। नेपाल को करारा जवाब देते हुए भारतीय टैक्सी संचालकों ने भी हैरान करने वाला कदम उठाया है। ऐसें में अब यूपी, उत्तराखंड सहित भारत से नेपाल आने और जाने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ गईं हैं। 

नेपाल बॉर्डर पर विवाद के बाद दोनों देशों से लोगों की आवाजाही पर फर्क पड़ रहा है। बॉर्डर पर हो रही खींचतान की वजह से से सबसे ज्यादा असर व्यापारी वर्ग पर पड़ है। नेपाल प्रशासन की ओर से भारतीय टैक्सियों के प्रवेश पर रोक के बाद अब एक नया विवाद खड़ा हो गया है।

भारतीय टैक्सी चालकों ने नेपाल से दिल्ली जा रही मैत्री बस सेवा को बॉर्डर पर ही रोक दिया। उनका कहना है कि जब तक भारतीय टैक्सियों को नेपाल में आवागमन की अनुमति नहीं मिलेगी।तब तक वह लोग भी नेपाल के व्यावसायिक वाहनों को भारत में प्रवेश नहीं करने देंगे। ऐसे में यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

बता दें बुधवार को भारतीय टैक्सियों को भारत-नेपाल सीमा के पास गड्ढा चौकी स्थित नेपाल भंसार प्रशासन ने रोक दिया था। नेपाल प्रशासन ने भारतीय टैक्सियों का भंसार शुल्क काटने और सुविधा पत्र देने से इनकार कर दिया। नेपाल के अचानक इस रवैये पर जब भारतीय टैक्सी संचालकों ने नेपाल भंसार से कारण पूछा तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए थे।

नेपाल बॉर्डर पर इसकी प्रतिक्रिया देखने को मिली। भारतीय टैक्सी संचालकों ने नेपाल के महेंद्रनगर से दिल्ली जा रही मैत्री सेवा बस को सीमा पर रोककर आगे नहीं बढ़ने दिया। चेताया कि जबतक नेपाल प्रशासन की ओर से भारतीय टैक्सियों को प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाती तबतक विरोध जारी रहेगा। 

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