हांगझोउ, 29 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने नेपाल को 3-0 से हराकर 19वें एशियाई खेलों के सेमीफाइनल में प्रवेश किया और 37 साल के अंतराल के बाद ऐतिहासिक पदक पक्का किया।
भारत का अगला मुकाबला शनिवार को इंडोनेशिया और दक्षिण कोरिया के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा।
आखिरी बार पुरुष टीम ने 1986 के सोल संस्करण के दौरान इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय टूर्नामेंट में पदक हासिल किया था। प्रकाश पादुकोण और सैयद मोदी जैसे दिग्गजों ने टीम का नेतृत्व किया, जिसमें विमल कुमार, रवि कुंटे, उदय पवार, सनत मिश्रा और लेरॉय डिसा शामिल थे।
विश्व के 14वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने प्रिंस दहल को 21-5, 21-8 से हराकर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। किदांबी श्रीकांत ने दूसरे मुकाबले में सुनील जोशी को 21-4, 21-13 से हराकर भारत को मुकाबले में 2-0 से आगे कर दिया।
फिर, मिथुन मंजुनाथ ने मैच 3 में बिष्णु कटुवाल को 21-2, 21-7 से हराकर पुरुष टीम स्पर्धा के सेमीफाइनल में भारत की प्रगति को सील कर दिया।
हालांकि, महिला टीम क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड से 0-3 से हारकर बाहर हो गई।
भारतीय स्टार पीवी सिंधु पहले मैच में पोर्नपावी चोचुवोंग से 21-14, 15-21, 14-21 से हार गईं, जबकि गायत्री गोपीचंद और ट्रीसा जॉली की महिला युगल जोड़ी को किट्टीथाराकुल और प्राजोंगजई से 19-21, 5-21 से हार का सामना करना पड़ा। तीसरे मैच में अश्मिता चालिहा बुसानन ओंगबामरुंगफान से 9-21, 16-21 से हार गईं।
सिंधु ने शुरुआती बढ़त ले ली, लेकिन चोचुवोंग ने वापसी करते हुए अगले दो गेम जीत लिए, जिससे थाईलैंड को 1-0 की बढ़त मिल गई।
भारत ने महाद्वीपीय प्रतियोगिता में अपना आखिरी महिला टीम पदक इंचियोन में 2014 संस्करण में जीता था। सिंधु और अश्विनी पोनप्पा उस सफलता का हिस्सा थीं।
–आईएएनएस
आरआर