उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023: बदरीनाथ-केदारनाथ-गंगोत्री समेत चारों धामों में उत्तराखंड मौसम पर बड़ा अपडेट सामने आया है। चार धाम यात्रा रूट पर उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान में बारिश और बर्फबारी पर अपडेट है। यूपी, दिल्ली-एनसीआर, एमपी सहित देश के अन्य राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों को सतर्क रहने की जरूरत है।
आपको बता दें कि चार धाम यात्रा रूट पर खराब मौसम में बारिश के बाद भूस्खलन से नेशनल हाईवे बंद हो जाता है। हाईवे बंद होने की वजह से तीर्थ यात्री घंटों तक हाईवे पर फंसे रहते हैं। राहत की बात यह रही है कि पिछले कई दिनों से उत्तराखंड में खराब मौसम के बाद पिछले तीन दिनों से चार धाम यात्रा रूट पर धूप खिली हुई है।
आईएमडी उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान की मानें तो उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में 13 मई से बारिश होगी। मौसम विभाग ने 16 मई तक चमोली, उत्तरकाशी, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ समेत अन्य जिलों में बारिश की संभावना जताई है। वहीं, मैदानी जिलों में तापमान बढ़ने का अंदेशा जताया है।
निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने कहा कि 13 से 16 तक पर्वतीय इलाकों में बारिश की संभावना है। वहीं 17 से 19 तक हल्की बारिश ऊंचाई वाले इलाकों में हो सकती है। दूसरी ओर, देहरादून , ऋषिकेश, रुद्रपुर, काशीपुर, हरिद्वार आदि मौदानी शहरों में सूरज की तपिश बढ़ने से तापमान बढ़ने लगे हैं।
कई मैदानी शहरों में पिछले दो दिनों में तापमान में तीन से पांच डिग्री तक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पंतनगर का तापमान 36.5, मुक्तेश्वर का 24.8 और नई टिहरी का 26.1 दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक अधिकतम तापमान 37 डिग्री तक जा सकता है।
चार धाम: सर्वर डाउन होने से यात्रियों ने झेली फजीहत
चार धाम दर्शन के लिए ऋषिकेश में मैनुअल पंजीकरण करने के लिए पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों को शुक्रवार को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सर्वर डाउन होने से सुबह काफी देर के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बाधित रही। करीब एक घंटे बाद सर्वर ठीक होने पर पंजीकरण प्रक्रिया बहाल हुई।
ऋषिकेश स्थित यात्रा ट्रांजिट एवं पंजीकरण केंद्र में सुबह से ही रजिस्ट्रेशन के लिए तीर्थयात्रियों की कतार लगनी शुरू हो गई थी। अचानक सर्वर डाउन होने से पंजीकरण प्रक्रिया रुक गई। रजिस्ट्रेशन नहीं होने से यात्री परेशान होते दिखाई दिए। गर्मी में उन्हें और ज्यादा दिक्कतें पेश आई। इंतजार करने के एक घंटे बाद सर्वर ठीक हुआ, जिसके बाद यात्रियों ने राहत महसूस की।