फोटो के माध्यम से काशी की कहानियां ऐग्जीबिशन

फोटो के माध्यम से काशी की कहानियां ऐग्जीबिशन

लखनऊ। लखनऊ के अलीगंज स्थित ललित कला एकेडमी रिजनल सेंटर में शुक्रवार को काशी एंड फेमिनिटी फोटो ऐग्जीबिशन शुरू हुई। ऐग्जीबिशन का उद्घाटन मशहूर लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने किया। काशी के मशहूर फोटोग्राफर विनय त्रिपाठी की इस ऐग्जीबिशन में काशी को भरपूर तरीके से दिखाया है। उन्होंने फोटो सीरीज के माध्यम से काशी की 4 कहानियां दिखाईं हैं। ये ऐग्जीबिशन 7 से 9 अप्रैल तक जारी रहेगी। ऐग्जीबिशन के होस्ट विनय त्रिपाठी ने बताया कि पिछले 15 सालों से फोटोग्राफी कर रहे हैं। उन्होंने आगे बताया-“मैं थीम बेस्ड फोटोग्राफी करता हूं। मेरे बैकग्राउंड में बनारस रहता है। फोटोग्राफी से मैं कहानियां बनाता हूं। पूरी दुनिया के फोटोग्राफर बनारस में शूट करते हैं। लेकिन मैं ये काम अलग अंदाज में करता हूं। मैं कुछ किरदारों को लेकर ये करता हूं। वो रीअलिस्टिक और काल्पनिक दोनों होते हैं। मेरा ये कॉन्सेप्ट लोगों को काफी पसंद आ रहा है। मेरी चार कहानियां यहां ऐग्जीबिट हो रही हैं। जिनमें कुल 120 फोटो शामिल हैं।

काशी की 4 कहानियों को दर्शाया

‘काशी एंड फेमिनीटी’ में विनय ने काशी की 4 कहानियों को दर्शाया हैं। उन्होंने वहां की बेहतरीन लोकेशन अपनी फोटो में इस्तेमाल किए हैं। पहली थीम है व्हाइट इज आ न्यू कलर जिसमें उन्होंने दो महिलाओं को सफेद साड़ी में क्लिक किया है। इससे ये दिखाने की कोशिश की गई की सफेद रंग किसी धर्म या परिवेश से जुड़ा नहीं है। इसमें उन्होंने एक इटेलियन औरत की कहानी दिखाई है। जो की 15-20 सालों से इंडियन आदमी से शादी करके रह रही हैं। वो हर रोज घूंघट में नंगे पांव हाथ में कमंडल लिए पूजा करने जाती हैं। तीसरी थीम है ‘गजगामिनी’ जिसमें उन्होंने एमएफ हुसैन और माधुरी दीक्षित की फिल्म को दर्शाया है। चौथी थीम थी ‘अक्स’ जिसमें एक विधवा आश्रम को दिखाया गया है। उसमें विधवा महिलाओं के साथ उनके युवा वर्जन भी हैं। जिससे ये दर्शाया गया है अगर वो विधवा ना होती तो उनकी जिंदगी कुछ और होती।

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