भारत के कई चर्चित और शीर्ष पहलवान पिछले महीने की 23 तारीख से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर खिलाड़ियों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
क्या एमवीए है वजह?
कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के साथ महाविकास अघाड़ी बनाने में पवार की बड़ी भूमिका मानी जाती है। अब कहा जा रहा है कि एमवीए सरकार गिरने के बाद एनसीपी अपने भविष्य को लेकर चिंतित भी थी। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि पवार के फैसले का असर एमवीए पर भी पड़ सकता है। दरअसल, पहले यह गठबंधन केवल कांग्रेस और एनसीपी का था, लेकिन उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना भी इसका हिस्सा बनी।
कौन होगा उत्तराधिकारी
भले ही इस मामले में अजित का नाम सबसे आगे माना जा रहा हो, लेकिन पवार की बेटी सुप्रिया सुले भी बड़ी दावेदार के रूप में उभर कर सामने आ रही हैं। सीनियर पवार के करीबियों का मानना है कि अगर सुप्रीमो खुद ही अलग हो जाते हैं, तो अजित के पास पार्टी का भारी समर्थन है। साथ ही विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं पर भी उनकी पकड़ है। जबकि, सुले नई दिल्ली में सांसद के तौर पर सक्रिय रहीं।
महिला एथलीटों का होता है यौन उत्पीड़न- वीनेश फोगट
विनेश ने कहा, ‘जंतर मंतर पर बैठने से तीन-चार महीने पहले, हम एक अधिकारी से मिले थे, हमने उन्हें सब कुछ बताया था कि कैसे महिला एथलीटों का यौन उत्पीड़न और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है, जब कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो हम धरने पर बैठ गए।’
महिला पहलवान विनेश फोगट ने अनुराग ठाकुर पर लगाया आरोप
विनेश फोगट ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पर कोई कार्रवाई नहीं करने और कमेटी बनाकर मामले को दबाने को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘हमने केंद्रीय खेल मंत्री (अनुराग ठाकुर) से बात करने के बाद अपना विरोध समाप्त कर दिया और सभी एथलीटों ने उन्हें यौन उत्पीड़न के बारे में बताया था। एक समिति बनाकर, उन्होंने वहां मामले को दबाने की कोशिश की, उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई।