कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन में शामिल साक्षी मलिक पीछे हट गई हैं। साक्षी मलिक का पीछे हटना पहलवानों के आंदोलन के लिए एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है, जो लंबे समय से डटे हुए हैं। सूत्रों के हवाले से खबर साक्षी मलिक ने उत्तर रेलवे में अपनी नौकरी को दोबारा जॉइन किया है और उन्होंने आंदोलन से अपना नाम वापस ले लिया है। फिलहाल इस खबर पर साक्षी मलिक या फिर बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट का नाम सामने नहीं आया है, जो इस आंदोलन के बड़े चेहरे रहे हैं।
शनिवार की रात को ही विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने होम मिनिस्टर अमित शाह से मुलाकात की थी। इस मीटिंग के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि कानून इस मामले में अपना काम करेगा और आरोपों की जांच की जा रही है। यदि कोई भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। माना जा रहा है कि होम मिनिस्टर की ओर से आश्वासन मिलने के बाद ही साक्षी मलिक ने यह फैसला लिया है। फिलहाल आंदोलन के उनके साथियों ने कोई रिएक्शन नहीं दिया है। इस बीच सूत्रों ने दावा किया है कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को भी सरकार मनाने की कोशिश कर रही है और वे भी जल्दी ही नौकरी पर लौट सकते हैं।