इस सप्ताह कई व्रत और ज्योतिषि दृष्टि से महत्वपूर्ण घटनाक्रम हैं। इनमें सबसे पहले 13 अप्रैल को कालाष्टमी व्रत है। इसके सूर्य अपनी राशि बदलेंगे, सूर्य मीन से निकलकर मेष राशि में जाएंगे, इसी के साथ एक महीने का खरमास समाप्त हो जाएगा।वरुथनी एकादशी व्रत रविवार 16 अप्रैल को है, इसका पारण 17 अप्रैल को किया जाएगा। इसके अलावा 18 अप्रैल को सोम प्रदोष व्रत रखा जाएगा। पढ़ें 11 अप्रैल से 17 अप्रैल 2023 तक के व्रत और त्योहार-
1 अप्रैल (मंगलवार) वैशाख कृष्ण पंचमी प्रात 07.18 मिनट तक, भद्रा सायं 06.28 मिनट से।
12 अप्रैल (बुधवार) वैशाख कृष्ण सप्तमी रात्रि 03.44 मिनट तक, भद्रा सायं 04.44 मिनट तक।
13 अप्रैल (गुरुवार) वैशाख कृष्ण अष्टमी रात्रि 01.34 मिनट तक, श्री शीतला अष्टमी व्रत, कालाष्टमी।
14 अप्रैल (शुक्रवार) वैशाख कृष्ण नवमी रात्रि 11.13 मिनट तक, चंडिका नवमी, सूर्य की मेष संक्रांति, संत झूलेलाल जयंती, वैशाखी, डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती, कड़क पूजा (बंगाल)।
15 अप्रैल (शनिवार) वैशाख कृष्ण दशमी रात्रि 08.45 मिनट तक, पंचक प्रारंभ 06.43 मिनट से, भद्रा प्रात 10 बजे से रात्रि 08.45 मिनट तक।
16 अप्रैल (रविवार) वैशाख कृष्ण एकादशी सायं 06.14 मिनट तक। पंचक। वरुथनी एकादशी व्रत। श्री वल्लभाचार्य जयंती।
17 अप्रैल (सोमवार) वैशाख कृष्ण द्वादशी दोपहर 03.46 मिनट तक। पंचक।
18 अप्रैल मंगलावर वैशाख कृष्ण त्रयोदशी, सोम प्रदोष व्रत