वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत और अमेरिका एक शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण वैश्विक समुदाय के लिए एक मजबूत नींव तैयार कर रहे हैं। शनिवार को अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान वाशिंगटन में भारतीय दूतावास के एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि एकजुटता की भावना भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को नियंत्रित करती है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बोलीं
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा हम एकजुटता का जश्न मनाते हैं और यह भारत और अमेरिका के संबंधों को नियंत्रित करता है। दो लोकतंत्रों के बीच यह रिश्ता सकारात्मक सोच वाला रिश्ता है, जिसमें चुनौतियां और आंतरिक समस्याएं भी है, लेकिन हम उन्हें खुद पर हावी नहीं होने देते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार ने नागरिकता संशोधन अधिनियम जैसे कई लंबित मुद्दों को हल किया है और अफगानिस्तान से सिख शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान की है।
उन्होंने भीमराव अम्बेडकर के बारे में बात करते हुए कहा कि वह भारत के लिए खड़े हुए और काम किया। उन्होंने कहा कि वह उत्पीड़ित दलित समुदाय से आए थे, लेकिन फिर भी नए भारत का हिस्सा बने और उन्होंने विशेषज्ञों के साथ मिलकर संविधान लिखा।
‘जम्मू-कश्मीर में सिखों को मिला समान अधिकार’
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के साथ सिख जैसे अल्पसंख्यक समुदायों को अब वहां समान अधिकार प्राप्त हैं। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों एक मजबूत और शांतिपूर्ण तथा सामंजस्यपूर्ण वैश्विक समुदाय के लिए मजबूत नींव का निर्माण कर रहे हैं।
‘अमेरिका में रहने वाले भारतीयों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण’
सीतारमण ने कहा मुझे लगता है कि अमेरिका में रहने वाले भारतीयों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। आपने खुद को एकीकृत किया है और आप अपने मूल स्थान से प्यार करते हैं, लेकिन आप आज अमेरिका का हिस्सा हैं और एक बहुत ही गतिशील और मजबूत अर्थव्यवस्था का निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत-अमेरिका संबंध प्रगाढ़ हो रहा है। इस अवसर पर कई अन्य अधिकारी समेत अमेरिकी वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो भी मौजूद थी।