टॉन्सिल्स मुंह के भीतर मौजूद दो पैड्स होते हैं, जिन्हें शरीर के इम्यून सिस्टम का हिस्सा माना जाता है। टॉन्सिल्स से जुड़ी समस्याओं को कई बार लोग नजरअंदाज कर देते हैं। टॉन्सिल्स में परेशानी होने पर आपको खाने में या भोजन निगलने में दिक्कत होती है। इसकी वजह से आपको गले में दर्द, सूजन और खराश या खांसी की समस्या भी हो सकती है। टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन होने पर आपको इन परेशानियों का खतरा रहता है। लेकिन जरूरी नहीं कि ये लक्षण सिर्फ टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन की वजह से हों, कई बार ये लक्षण टॉन्सिल्स कैंसर के शुरूआती संकेत होते हैं। टॉन्सिल्स कैंसर की समस्या शुरुआत में दिखने वाले लक्षणों को पहचानकर इलाज लेने से आप जल्दी ठीक हो सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं टॉन्सिल्स कैंसर के कारण, लक्षण और इलाज।
टॉन्सिल्स कैंसर कैसे होता है?-
तंबाकू और पान मसाला आदि का सेवन करने वाले लोगों में टॉन्सिल्स कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। टॉन्सिल्स कैंसर की समस्या आपको किसी भी उम्र में हो सकती है। शुरुआत मं कैंसर कोशिकाएं टॉन्सिल्स को शिकार बनाती हैं, फिर धीरे-धीरे यह आसपास के अंगों में विकसित होने लगती हैं। टॉन्सिल्स की हेल्दी सेल्स के डीएनए में बदलाव के बाद कैंसर कोशिकाओं का विकास शुरू होता है। टॉन्सिल्स कैंसर का कोई सटीक कारण अभी तक पता नहीं चला है लेकिन कई शोध और अध्ययनों में यह कहा गया है कि ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) की वजह से यह समस्या ज्यादातर लोगों में फैलती है।
टॉन्सिल्स कैंसर के प्रमुख रिस्क फैक्टर्स
मेयो क्लिनिक पर मौजूद जानकारी के मुताबिक टॉन्सिल्स कैंसर की समस्या के कुछ प्रमुख जोखिम कारक इस तरह से हैं-
- तंबाकू का सेवन
- बहुत ज्यादा शराब का सेवन
- ड्रग्स और नशे की वजह से
- ह्यूमन पेपिलोमा वायरस
टॉन्सिल कैंसर का लक्षण क्या है?-
टॉन्सिल्स कैंसर की शुरुआत में आपको भोजन करने में दिक्कत, गले और जबड़ों में दर्द जैसी समस्याएं होती हैं। इसके अलावा जब कैंसर कोशिकाएं तेजी से विकसित होने लगती हैं, तो इसके लक्षण भी गंभीर होने लगते हैं। टॉन्सिल्स कैंसर की समस्या में दिखने वाले कुछ प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-
- भोजन निगलने में परेशानी
- गले और जबड़े में तेज दर्द
- कान में गंभीर दर्द
- गले में सूजन और खांसी
- आवाज में बदलाव
- तेजी से वजन कम होना
- जबड़े का सख्त होना
टॉन्सिल्स कैंसर का इलाज-
टॉन्सिल्स कैंसर के लक्षण दिखने पर डॉक्टर मरीज की जांच करते हैं। जांच के बाद मरीज के लक्षण और कैंसर के स्टेज के आधार पर इलाज किया जाता है। शुरूआती स्टेज में इसका पता चलने पर दवाओं के सेवन और रेडिएशन थेरेपी से इस समस्या का इलाज होता है। गंभीर मामलों में मरीज को सर्जरी और रेडिएशन थेरेपी दोनों की जरूरत पड़ सकती है।
टॉन्सिल्स कैंसर से बचाव के उपाय-
टॉन्सिल्स कैंसर से बचाव के लिए आपको खानपान और लाइफस्टाइल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। तंबाकू और तंबाकू से बने प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से आपको इसका खतरा ज्यादा रहता है। इसके अलावा बहुत ज्यादा ज्यादा शराब पीने वाले लोगों में भी टॉन्सिल्स कैंसर की समस्या हो सकती है। इसलिए टॉन्सिल्स कैंसर से बचने के लिए शराब और तंबाकू का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके अलावा लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।