जी-20 देशों के राष्ट्रीय चिह्न बने आकर्षण

वाराणसी। धर्म नगरी काशी में जी-20 सम्मेलन की होने वाले बैठकों को लेकर स्थानीय रहवासियों के साथ शहर में आये देशी-विदेशी पर्यटक भी खासा उत्साहित है। गुरुवार को इसकी एक झलक काशी विश्वनाथ कॉरिडोर स्थित गंगाद्वार पर दिखी। घाट पर मौजूद विदेशी पर्यटकों ने नमामि गंगे के सदस्यों के साथ जी-20 देशों के राष्ट्रीय चिह्न हाथों में लेकर गंगा आरती की।
इस दौरान नमामि गंगे के सदस्यों ने जी-20 की सफलता और वैश्विक अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए मां गंगा से आशीर्वाद मांगा। संस्था के काशी क्षेत्र संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि पुरातन और आधुनिक संस्कृति को जोड़ते हुए काशी का ऐसा कायाकल्प हुआ की वाराणसी अब अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए पूरी तरह तैयार हो चुकी है। जी-20 की वाराणसी में होने वाली बैठकों में दुनिया के आर्थिक महाशक्ति वाले 20 देशों के राजनयिक, ब्यूरोकेट्स और अन्य महत्वपूर्ण डेलीगेट्स काशी आएंगे। जो काशी की विरासत की नई तस्वीर अपने साथ ले जाएंगे। इसका लाभ आने वाले समय में वाराणसी के पर्यटन उद्योग को मिलेगा।

उन्होंने कहा कि सनातन धर्म, अध्यात्म और संस्कृति के धरोहर की नगरी काशी में पधारे पर्यटक और काशीवासी भी जी-20 समिट को लेकर गौरव का अनुभव कर रहे है। फ्रांस, ग्रेट ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया , जापान से आये विदेशी मेहमान काशी में जी-20 समिट के आयोजन के पूर्व हो रहे विकास कार्यों से अभिभूत नजर आ रहे है।

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