लखनऊ । यूपी में कोरोना तेजी बढ़ रहा है। इसे देखते हुए प्रदेश के 75 जिलों में आज साल की पहली मॉक ड्रिल हुई। मंगलवार सुबह लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल के सामने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मौजूद हैं। थोड़ी ही देर में तेज रफ्तार एम्बुलेंस आकर रुकी। पीपीई किट पहने वार्ड बॉय मरीज को एम्बुलेंस से उतार कर स्ट्रैचर पर लिटाते हैं। खुद डिप्टी सीएम मरीज को स्ट्रैचर पर लेकर चलते हैं। एसएसबी ब्लॉक के अंदर दाखिल होते ही सबसे पहले ही मरीज का बीपी, ऑक्सीजन लेवल और टेम्परेचर की जांच की गई। आइसोलेशन वार्ड नंबर 311 में पहले से ही 10 वेंटिलेटर युक्त बेड हैं। मरीज को बेड़ से शिफ्ट करते ही एनेस्थेसिया की टीम ने मरीज को वेंटिलेटर सपोर्ट दे दिया। महज 4 मिनट में एंबुलेंस पर लाए मरीज को लाइफ सपोर्ट सिस्टम देने में डॉक्टर कामयाब रहे। करीब आधे घंटे तक डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक अस्पताल में रुके। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में लगे ऑक्सीजन प्लांट समेत अन्य सुविधाओं को भी परखा।
मौजूद है दो आक्सीजन प्लांट
अस्पताल के निदेशक डॉ. रमेश गोयल ने बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन के किसी भी प्रकार की किल्लत से निपटने के लिए 2 ऑक्सीजन प्लांट हैं। बलरामपुर अस्पताल सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि एक प्लांट 960 एलपीएम और दूसरा 500 एलपीएम का है। दोनों ही प्लांट को इंडियन ऑयल के सीएसआर फंड से लगाया गया हैं। दोनों ही चालू हैं। मंगलवार सुबह आई रिपोर्ट में 402 नए मरीज मिले हैं। अंबेडकर नगर में एक कोरोना मरीज की मौत हुई है। इसी के साथ प्रदेश में एक्टिव केस 1498 हो गए हैं। मंगलवार को आई रिपोर्ट में लखनऊ में सबसे ज्यादा 83 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं।
मॉक ड्रिल से परखी व्यवस्था
मॉक ड्रिल के लिए अलग-अलग स्थानों के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई। यानी नोडल पहले से ही बनाए गए हैं। मॉक ड्रिल के दौरान ये अधिकारी ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर, दवाओं की उपलब्धता और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी वस्तुओं के अलावा अस्पताल में सामान्य वर्किंग के लिए मेडिकल स्टाफ ड्युटी रोस्टर देख रहे थे। यूपी में 548 ऑक्सीजन प्लांट की कंडीशन परखी गई। आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में मॉक ड्रिल हुई। दो मिनट में डमी मरीज को आईसीयू तक पहुंचाया गया। पांच मिनट में मरीज का ऑक्सीजन लेवल समेत अन्य पैरामीटर्स चेक किए। वहीं, सहारनपुर जिला अस्पताल में मॉक ड्रिल का रिस्पॉन्स टाइम 6 मिनट रहा। 10.02 बजे एम्बुलेंस में डमी मरीज लाया गया। स्ट्रैचर पर मरीज को लेकर वार्ड लाया गया 10.08 बजे तक उसका इलाज शुरू हो गया। कानपुर में हैलेट अस्पताल के कोविड वार्ड में मॉक ड्रिल शुरू हुई। ऑक्सीजन प्लांट से लेकर आईसीयू और पीआईसीयू वार्ड की टीम जांच कर रही। डब्लयूएचओ के अधिकारी समेत प्रशासनिक अधिकारी जांच में जुटे हैं। 30 बेड आइसोलेशन और 20 बेड इमरजेंसी के लिए तैयार किए गए हैं। वहीं बच्चों के लिए 30 बेड आइसोलेशन और 20 बेड आईसीयू के लिए तैयार किए गए हैं।