गोरखपुर निकाय चुनाव की मतगणना के दौरान अजब-गजब मामले सामने आए। प्रत्याशी अपने पारिवार के ही मत नहीं पा सके। हांलाकि वह इसका आरोप ईवीएम की गड़बड़ी पर लगा रहे हैं। यह मामला वार्ड नंबर 19 के वसुंधरा एनक्लेव में बने बूथ का है। इस बूथ पर 514 लोगों ने मतदान किया था। यह सभी वसुंधरा एनक्लेव सोसायटी के निवासी हैं। इसी वसुंधरा एनक्लेव सोसायटी से दो निर्दलीय महिला प्रत्याशी भी मैदान में थे। दोनों के परिवार के 20 से 30 सदस्यों के नाम मतदाता सूची में है। सभी ने मतदान भी किया। जब मतगणना के दौरान वसुंधरा एनक्लेव बूथ का ईवीएम खुला तो प्रत्याशियों के पैर के नीचे से जमीन खिसक गई।
इस वार्ड से चुनाव लड़ रहीं अंजना शंकर को कुल 198 मत मिले। इसमें वसुंधरा एनक्लेव बूथ पर उन्हें सिर्फ एक ही मत मिला। इसी बूथ पर उनके पूरे परिवार ने मतदान किया है। इसी सोसाइटी की श्वेता सिंह को वार्ड में कुल 410 मत मिले। अपने सोसाइटी में उन्हें सिर्फ चार मत मिले। इसी सोसाइटी में उनके भी परिवार के करीब 28 सदस्य रहते हैं। मतगणना के रिजल्ट से दोनों प्रत्याशी हैरत में हैं। इस मामले में दोनों प्रत्याशियों के परिजनों ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।
22 साल की अनुपमा बनीं सबसे कम उम्र की सभासद
सहजनवा क्षेत्र के नवगठित नगर पंचायत-घघसरा बाजार के वार्ड नंबर 1 (विजौवा) से बहुजन समाज पार्टी के मुख्य कोऑर्डिनेटर, संतोष कुमार जिज्ञासु की छोटी बहन कुमारी अनुपमा जिज्ञासु पुत्री जेपी जिज्ञासु सबसे कम उम्र की सभासद बन गई हैं। उनकी उम्र महज 22 वर्ष की है। वह अपने प्रतिद्वंद्वी किरन देवी को हराकर सभासद निर्वाचित हुई हैं।
जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार नीरज, कमलेश कुमार गौतम, हरि प्रकाश निषाद, सुरेश कुमार गौतम, जावेद सिमनानी, सतीश जिज्ञासु, आदर्श जिज्ञासु, बीपत प्रसाद, अंबेडकर प्रसाद, लक्ष्मी शंकर, उमाशंकर, सुरेश प्रसाद, बीरबल यादव, अजय यादव, विजय यादव, सतीश कन्नौजिया, चंद्रभूषण कन्नौजिया आदि ने अनुपमा को मिठाई खिलाकर बधाई दी।