गीडा में 240 भूखंडों के लिए 31 तक किया जा सकता है आवेदन

गीडा में 240 भूखंडों के लिए 31 तक किया जा सकता है आवेदन

गोरखपुर। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद निवेश के पसंदीदा स्थल बन चुके गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में रिकॉर्ड भूखंड आवंटन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद उद्योग स्थापना का भी रिकॉर्ड बनेगा। भूखंडों की संख्या और क्षेत्रफल, दोनों के हिसाब से गीडा ने अब तक के सबसे बड़े भूखंड आवंटन की प्रक्रिया शुरू की है। भूखंड प्राप्त करने के लिए निवेश मित्र पोर्टल पर 7 जुलाई से ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ हो चुका है। आवश्यकता के अनुसार छोटे, मझोले और बड़े साइज के भूखंड के लिए 31 जुलाई तक आवेदन किया जा सकेगा। इस बीच कोई असुविधा होने पर उद्यमी मित्र की सेवा भी उपलब्ध हो गई है।

प्लास्टिक पार्क में यूनिट लगानी हो या गारमेंट पार्क में या फिर चार अलग-अलग सेक्टर में कोई अन्य सामान्य उद्योग। इच्छुक उद्यमियों, निवेशकों के लिए गीडा सुनहरा अवसर उपलब्ध करा रहा है। निवेशकों को उनकी जरूरत व पसंद के मुताबिक भूखंड उपलब्ध कराने को गीडा प्रशासन ने करीब 170 एकड़ (685000 वर्गमीटर) क्षेत्रफल में 240 औद्योगिक भूखंडों के आवंटन की तैयारी की है। इन नए भूखंडों के आवंटन के बाद प्लास्टिक पार्क व गारमेंट पार्क उद्योगों से समृद्ध हो जाएगा। सामान्य उद्योगों की भी नई कतार दिखेगी।

भूखंड आवंटन की यह प्रक्रिया एक तरफ से रिकॉर्ड भी बनाएगी। बीते पांच सालों में गीडा ने 684552 वर्गमीटर क्षेत्रफल में भूखंड आवंटित किए थे जबकि जबकि इस बार एक ही प्रक्रिया में 685000 वर्गमीटर क्षेत्रफल में 240 भूखंड आवंटित होने जा रहे हैं। गीडा ने वर्ष 2018- 19 में 14149 वर्गमीटर के 31, वर्ष 2019-20 में 27000 वर्गमीटर के 38, वर्ष 2020-21 में 104660 वर्गमीटर के 67, वर्ष 2021-22 में 191018 वर्गमीटर के 107 तथा वर्ष 20122-23 में 347725 वर्गमीटर के 88 भूखंड आवंटित किए थे।

गीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी पवन अग्रवाल का कहना है कि निवेश के लिए गीडा उद्यमियों को काफी पसंद आ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में फरवरी में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद यहां यूनिट लगाने को रुझान और तेजी से बढ़ा है। इसे देखते हुए गीडा लैंड बैंक भी बढ़ा रहा है और उद्यमियों, निवेशकों की जरूरत के मुताबिक भूखंड भी विकसित कर रहा है। इसी क्रम में विकसित 240 भूखंड गीडा में उद्योगों की श्रृंखला को और विस्तृत करेंगे। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक पार्क, गारमेंट उद्योग व सामान्य उद्योग के लिए जो ले आउट बनाया गया है उसमें सबसे छोटा भूखंड 510 वर्गमीटर का है। जबकि सबसे बड़ा भूखंड 62957 वर्गमीटर का है। यानी जैसी जरूरत, वैसा भूखंड उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि भूखंड के लिए आवेदन में किसी भी तरह की सहायता के लिए अनूप कुमार गुप्ता (9451804004), बलराम यादव (9451803984) व निहारिका भास्कर से सम्पर्क किया जा सकता है।

श्री अग्रवाल का कहना नए भूखंड आवंटन प्रक्रिया से प्लास्टिक पार्क परियोजना तेजी से आकार लेती नजर आएगी। सेक्टर 28 स्थित प्लास्टिक पार्क में कुल 88 भूखंड आवंटित किए जाएंगे। ये भूखंड 594 से 20764 वर्गमीटर तक की साइज के हैं। इनमें 1000 वर्गमीटर तक के 42, 1001 से 4000 वर्गमीटर तक 40, 4001 से 20000 वर्गमीटर तक के 4 तथा 20001 वर्गमीटर से अधिक के 2 प्लॉट के लिए उद्यमी/निवेशक आवेदन कर सकते हैं। इसी तरह गीडा सेक्टर 26 ( गारमेंट पार्क) में कुल 28340 वर्गमीटर क्षेत्रफल में नए 41 भूखंड आवंटित किए जाएंगे। ये भूखंड 510 से 1000 वर्गमीटर तक के आकार के हैं।
इनके अलावा 111 भूखंड सामान्य उद्योग के लिए होंगे। ये भूखंड कुल चार सेक्टर (13, 15, 26 व 27) में स्थित हैं। इन सभी भूखंडों के आकार पर नजर डालें तो 1000 वर्गमीटर तक के 31 भूखंड, 1001 से 4000 वर्गमीटर तक के 60 भूखंड 4001 से 20000 वर्गमीटर तक के 16 भूखंड तथा 20001 वर्गमीटर से अधिक के 4 भूखंड उपलब्ध हैं।

E-Magazine