गर्मी बढ़ने के साथ मंडराया लू का खतरा

गर्मी बढ़ने के साथ मंडराया लू का खतरा

लखनऊ। लखनऊ के एक बड़े विश्वविद्यालय के सीनियर प्रोफेसर सोमवार सुबह आम दिनों की तरह कैंपस पहुंचते हैं। गर्मियों की छुट्टी के कारण विश्वविद्यालय परिसर में क्लास तो नही चल रही और अहम बैठकों का दौर जारी हैं। सुबह 9 बजे से शुरू हुई मीटिंग में जब ब्रेक हुआ तो 2 बज गए। इस दौरान जल्दी से सभी ने लंच किया और वापस आधे घंटे के अंदर फिर से मीटिंग शुरू हो गई। बैठक के दौरान शाम 4 बजे तक प्रोफेसर की तबियत कुछ नासाज होने लगी फिर 5 बजे मीटिंग खत्म होने से पहले ही उन्हें निकलना पड़ा। घर पहुंचते ही उल्टी और दस्त शुरू हो गई। थोड़ी ही देर में वो डिहाइड्रेशन की चपेट में आ गए। पहले इलेक्ट्रोल पिया, पुदीन हरा खाया पर तबीयत में सुधार नहीं हुआ। इस बीच तबीयत ज्यादा बिगड़ती इससे पहले परिजन डॉक्टर के पास पहुंचे तो उन्होंने भर्ती कर ड्रिप शुरू कर दिया। करीब 4 से 5 घंटे बाद प्रोफेसर को थोड़ी राहत मिली तब कही जाकर घर वापस आ पाए। यह एक मामला हैं। गर्मी और लू के कारण रोजाना ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। तेज गर्मी में बढ़ोत्तरी होने के साथ राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के तमाम जिले अब लू की चपेट में हैं। बड़े चिकित्सा संस्थानों, जिला अस्पतालों सहित निजी अस्पतालों में डिहाइड्रेशन और बुखार के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा हैं।एक्सपर्ट्स आने वाले दिनों में लू के और गंभीर होने की आशंका के चलते हुए हिदायत दे रहे हैं। बुजुर्गों, बच्चों और प्रेग्नेंट लेडीज को ज्यादा अलर्ट रहने की बात कही जा रही हैं। वही, स्वास्थ्य विभाग के बड़े अफसर फिलहाल प्रदेश में हालात नियंत्रण में होने के साथ पैनिक न होने की बात कह रहे हैं।लखनऊ के बलरामपुर, सिविल और लोकबंधु समेत सभी बड़े अस्पतालों में डायरिया और डिहाइड्रेशन के मरीज तेजी से बढ़े हैं। ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या में फिलहाल 30 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ हैं। वही आने वाले दिनों में यह इसके और बढ़ने की आशंका हैं। लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ रमेश गोयल ने बताया कि अस्पताल में रोजाना करीब 300 मरीज डिहाइड्रेशन जैसे लक्षण के आ रहे हैं। आम दिनों में यह संख्या कम थी और तेज धूप के कारण वायु और पेट विकार रोगियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई हैं। अस्पताल में चिकित्सक रोगियों का इलाज के साथ बचाव के उपचार के बारे में भी बता रहे हैं। बेहद आसान से बचाव के तरीकों को ध्यान में रखकर हालात से बचा जा सकता हैं।

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