डाइजेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसपर हमारा पूरा शरीर निर्भर रहता है। इसलिए हर नए मौसम के साथ एक नए तरीके से डाइट को प्लान करना पड़ता है। एक तरफ जहां सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिहाज से डाइट प्लान किया जाता है, तो वहीं गर्मियों हाइड्रेशन और डाइजेशन पर सबसे ज्यादा जोर दिया जाता है।
ऐसा इसलिए भी जरूरी है क्योंकि अगर पेट गर्म हो जाए, तो ये डाइजेशन को पूरी तरह से बिगाड़ सकता है, जिसका असर आपके पूरे स्वास्थ्य पर पड़ेगा। इस आर्टिकल में आपको कुछ ऐसे ही आयुर्वेदिक ड्रिंक्स के बारे में बताएंगे, जिसकी मदद से आप समर सीजन में अपना डाइजेशन सही रख सकते हैं।
1. जीरा और धनिया का पानी
जीरा और धनिया के बीज अपने पाचक गुणों के लिए मशहूर हैं। ये डाइजेशन एंजाइम्स को बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे पेट में सूजन और गैस से राहत मिलती है। इस ड्रिंक को बनाने के लिए चार कप पानी में एक-एक चम्मच जीरा और साबुत धनिया उबाल लें। इसे कुछ मिनटों के लिए उबलने दें, फिर छान लें और इसे पूरे दिन पियें।
2. पुदीने की चाय
पुदीना एक ठंडी जड़ी बूटी है, जो न केवल आपको तरोताजा करता है बल्कि पाचन में भी मदद करता है। इसके अलावा ये अपच, मतली और सूजन जैसी परेशानियों से भी राहत दिलाने में मदद करता है। लगभग पांच मिनट के लिए गर्म पानी में पुदीने की ताजी पत्तियों को डुबो कर पुदीने की चाय तैयार कर लें। स्वाद जोड़ने के लिए चाहें तो इसमें थोड़ा सा शहद या नींबू मिला सकते हैं।
3. सौंफ का पानी
पाचन से जुड़ी परेशानियों को कम करने के लिए सौंफ के बीजों का पारंपरिक रूप से इस्तेमाल किया जाता रहा है। इनमें कार्मिनिटिव गुण होते हैं, जो सूजन और गैस को कम करने में मदद करते हैं। सौंफ का पानी बनाने के लिए एक चम्मच सौंफ को एक गिलास पानी में रात भर के लिए भिगो दें। सुबह पानी को छान लें और खाली पेट इसे पिएं।
4. नारियल पानी
नारियल पानी एक नेचुरल ड्रिंक है, जिसेमं इलेक्ट्रोलाइट पाए जाते हैं। ये शरीर को हाइड्रेटेड करने में मदद करता है और पाचन में सहायता करता है। नारियल पानी में पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे जरूरी खनिज होते हैं, जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को बनाए रखने में मदद करते हैं। इसलिए खुद को हाइड्रेटेड रखने और हेल्दी डाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए ताजा नारियल पानी पिएं।
5. छाछ
छाछ, जिसे “नमकीन लस्सी” के रूप में भी जाना जाता है, एक लोकप्रिय ड्रिंक है, जो गर्मियों के मौसम में पेट के लिए एक रामबाण की तरह है। इसे दही और पानी को एक साथ फेंट कर बनाया जाता है, जिसमें भुना हुआ जीरा पाउडर, काला नमक और पुदीने के पत्ते जैसे मसाले डालकर तैयार किया जाता है। छाछ पाचन में सुधार करने के साथ ही, शरीर को ठंडा करता है। इसके अलावा इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स आंतों के लिए फायदेमंद होते हैं।