‘केला’ हेल्दी फलों में से एक है  , लेकिन इसके कुछ  हेल्थ इशूज  भी है

‘केला’ हेल्दी फलों में से एक है , लेकिन इसके कुछ हेल्थ इशूज भी है

ऐसा कोई फल नहीं जो आपके स्वास्थ्य को अनगिनत फायदे न पहुंचाए। हालांकि कुछ स्वास्थ्य स्थितियां ऐसी भी होती हैं जिसमें फल आपकी बॉडी को फायदे से ज्यादा नुकसान करने लगते हैं। इन्हीं में से एक है केला। अगर आप केला अक्सर खाना पसंद करते हैं तो इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी जान लें।

केला एक बहुत ही सेहतमंद फलों में गिना जाता है। इसमें पाया जाने वाल पोटेशियम ब्लड प्रेशर कम करने में सहायक होता है। यह अस्थमा के खतरे को कम करता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर और विटामिन बी-6 पाया जाता है।

केला खाने के क्या फायदे हैं?

  •  आपका पाचन बेहतर होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि केला एंटी एसिड होने के साथ पेट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाता है।
  • अगर आप वजन कम करना चाह रहे हैं, तो केला आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यह न सिर्फ फाइबर का बड़ा सोर्स होता है, बल्कि इसमें मौजूद स्टार्च आपका पेट लंबे समय तक भरा रखता है।
  • केले में पोटैशियम की मात्रा भी काफी अच्छी होती है, जो आपके दिल की सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है। साथ ही केला ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल में रखता है।
  • आपने कई बार खिलाड़ियों को खेल के बीच में केला खाते देखा होगा। वे सभी फलों में से केला इसलिए खाते हैं, क्योंकि यह फल फौरन एनर्जी बूस्ट करने का काम करता है। इसमें मौजूद सूक्रोस, फ्रुक्टोस और ग्लूकोस शरीर को एनर्जी देने का काम करते हैं।

पोटैशियम किडनी की सेहत के लिए अच्छा माना जाता है और केले में यह भर-भरकर मौजूद होता है।

कई लोग नाश्ते में और केला  दूध खाकर समझते हैं कि भरपेट नाश्ता हो गया, लेकिन इतने सारे फायदों के साथ भी केला खाने के अपने कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। क्या आपको पता है कि इतनी फायदेमंद चीज़ किस तरह आपके शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकती है?

आइए जानते हैं कि केला खाने के क्या हैं नुकसान ?

  • डायबिटीज के मरीज के लिए केला बहुत ही नुकसानदायक है। यह ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है इसलिए जिनका शुगर बढ़ा हुआ हो उन्हें केला खाने से परहेज़ करना चाहिए।
  • अधिक मात्रा में स्टार्च मौजूद होने के कारण केला खाने से कब्ज़ की शिकायत हो सकती है। इसलिए कब्ज़ से पीड़ित लोगों को केला नहीं खाना चाहिए।
  • केले में टायरामाइन नाम का केमिकल पाया जाता है, जिससे माइग्रेन की समस्या ट्रिगर होती है। इसलिए अगर आप माइग्रेन के मरीज़ हैं तो केले से दूरी बनाएं।
  • केला में ट्रिप्टोफैन नाम का अमीनो एसिड पाया जाता है जिससे नींद आती है।
  • अधिक मात्रा में शुगर पाए जाने के कारण अधिक केला खाने से दांत में सड़न हो सकती है।
  • अधिक पोटैशियम पाए जाने के कारण हाइपरकेलीमिया की समस्या हो सकती है।
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