कानपुर। जल संरक्षण एवं जल संचयन के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्रों को मिलकर कानपुर में वित्तीय वर्ष 2022—23 में कुल 108 अमृत सरोवर बनकर तैयार हो चुके हैं। जबकि केन्द्र सरकार ने एक जिले में 75 बनाने की घोषणा की थी। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस जनहित कार्य को आगे बढ़ाते हुए इसे प्रत्येक गांव में बनाने का निर्णय लिया है। यह जानकारी बुधवार को उपायुक्त श्रम रोजगार मनरेगा कानपुर रमेश चन्द्र ने दी।
उन्होंने बताया कि कानपुर में वित्तीय वर्ष 2023—24 में सौ और अमृत सरोवर तैयार कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन अमृत सरोवरों के निर्माण में मिट्टी की खुदाई का अधितर कार्य मनरेगा के तहत कराया जा रहा है। काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी केंद्र सरकार उनके खाते में दे रही है।
हालांकि जब से प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद के हाथ में ग्रामीण क्षेत्र की जिम्मेदारी मिली है उसके बाद से जल संरक्षण के लिए उन्होंने एक गांव में कम से कम दो अमृत सरोवर तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। लगातार अमृत सरोवरों के निर्माण और उनके संरक्षण के विधिवत उपाय राज्य सरकार कर रही है।
गांवों के विकास और जल संरक्षण एवं जल संचय पर केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार लगातार निगरानी कर रही है। अमृत सरोवरों के कार्यों की प्रगति रिपोर्ट मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिम्मेदार अधिकरी ले रहे हैं।
डीसी मनरेगा रमेश चन्द्र ने बताया कि कानपुर में बनने वाले अमृत सरोवरों को बहुत ही सुन्दर एवं पर्यावरण की दृष्टि से तैयार किया जा रहा है। सरोवरों के किनारे छायादार पौधे भी लगाए जा रहे हैं। उदाहरण के लिए अमृत सरोवर नरवल, कछुआ तालाब एवं संचेडी ग्राम पंचायत में तैयार अमृत सरोवर का दृश्य बहुत ही सुन्दर लग रहा है।