एशियाई खेल: कोरिया को हराकर भारत पहली बार पुरुष टीम बैडमिंटन के फाइनल में

एशियाई खेल: कोरिया को हराकर भारत पहली बार पुरुष टीम बैडमिंटन के फाइनल में

हांगझोऊ, 30 सितंबर (आईएएनएस)। एकल में मजबूत भारत ने पुरुष टीम बैडमिंटन प्रतियोगिता में शक्तिशाली कोरिया गणराज्य को हराकर एशियाई खेलों के इतिहास में पहली बार फाइनल में प्रवेश किया।

भारत ने शनिवार को सेमीफाइनल में कोरिया को 3-2 से हराया। एकल मुकाबलों में एच.एस. प्रणय, लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत ने अपने-अपने मैच जीते, हालांकि डबल्‍स मुकाबलों में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी/चिराग शेट्टी और एमआर अर्जुन/ध्रुव कपिला की जोडि़यॉं अपने मैच हार गईं।

यह पहली बार है कि भारत एशियाई खेलों की पुरुष टीम बैडमिंटन प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचा है। फाइनल में उसका मुकाबला चीन से होगा, जिसने बिंजियांग जिम्नेजियम के बैडमिंटन स्टेडियम में खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में जापान को 3-1 से हराया।

भारत ने 1974, 1982 और 1986 में पुरुष टीम प्रतियोगिता में तीन बार कांस्य पदक जीता है। पिछले एशियाई खेलों में 2018 में एकल में पीवी सिंधु का रजत पदक एशियाई खेलों के बैडमिंटन में भारत द्वारा जीता गया एकमात्र पदक था।

भारत के इन-फॉर्म खिलाड़ी एच.एस. प्रणय ने 78 मिनट तक चले मुकाबले में ह्योकिम जियोन को 18-21, 21-10, 21-10 से हराकर शुरुआत की। इसके बाद कोरिया ने युगल खेल में अपनी श्रेष्ठता का इस्तेमाल करते हुए अगले दो मैच जीते।

शीर्ष-10 में शामिल भारतीय युगल जोड़ी, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी कांग मिन ह्युक और सेउंग जी सियो की कोरियाई जोड़ी से 83 मिनट चले मैच में सीधे गेमों में 13-21, 24-26 से हार गई।

लक्ष्य सेन ने युंगयु ली को केवल 44 मिनट में 21-7, 21-9 से सीधे गेमों में हराकर भारत को फिर से आगे कर दिया। कोरिया की वोन्हो किम और सुंगसेउंग ना की जोड़ी ने एम.आर. अर्जुन और ध्रुव कपिला को सीधे गेम में 21-16, 21-11 से हरा कर मुकाबला बराबर कर दिया।

तीसरे एकल में पूर्व विश्व नंबर 1 और विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता श्रीकांत ने जियोनह्योन चो को हराकर भारत को फाइनल में पहुंचा दिया। पहला गेम हारने के बाद वापसी करते हुए उन्‍होंने 12-21, 21-16, 21-14 से मैचे जीत लिया।

–आईएएनएस

एकेजे

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