लखनऊ। एलयू यानी लखनऊ विश्वविद्यालय ने गूगल और मेटा के साथ भारत लैब स्थापित करने के लिए एमओयू किया। टियर-2 और टियर-3 शहरों में कंज्यूमर नीड पर फोकस करने के लिहाज से यह बेहद महत्वपूर्ण हैं। भारत लैब बनाने का मकसद कॉर्पोरेट संगठनों को गूगल और मेटा जैसी दिग्गज कम्पनी के साथ मिलकर कंज्यूमर कंज्मबशन के पैटर्न पर डेटा एनालिसिस और रिसर्च किया जा सके। इस पहल के जरिए, इन तकनीकी दिग्गजों की विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ उठाकर, इस पहल के तहत उपभोक्ता कॉन्सेप्ट के विभिन्न पहलुओं की जानकारी मिलेगी। गूगल की विस्तृत योग्यताओं को शामिल करते हुए, जिनमें ऑनलाइन विज्ञापन, सर्च इंजन तकनीक, क्लाउड कंप्यूटिंग, ई-कॉमर्स और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स डेटाबेस शामिल हैं। भारत लैब की गहन समझ और अंदरूनी तथ्यांकन के लिए खोज की जाएगी। इसी तरह मेटा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप “भारत” के प्रतिनिधि जेन जीवर्स की आशाओं, इच्छाओं और प्रेरणाओं को समझने के लिए मूल्यवान स्रोत के रूप में कार्य करेंगे। लखनऊ विश्वविद्यालय और कॉर्पोरेट संगठनों के बीच यह अद्वितीय सहयोग उपभोक्ताओं पर व्यापक जानकारी प्रदान करेगा। इससे डाटा का विश्लेषण और समीक्षा करके और अधिक प्रभावी और कुशल उत्पादों, सेवाओं और ब्रांड-निर्माण रणनीतियों के डिजाइन और उन्हें विकसित करने में सहायता मिलेगी। लखनऊ विश्वविद्यालय और कॉर्पोरेट साथियों के बीच एक सम्मेलनशील संबंध बनाकर, “भारत लैब”का उद्देश्य एक प्रभावशाली मार्ग प्रशस्त करना और नवाचार की राह खोलना है। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने इस सहयोग के बारे में अपनी उत्साहपूर्ण भावना व्यक्त की है और कहा, भारत लैब की स्थापना उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को समझने और पूरा करने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। हम गूगल और मेटा को इस पहल में उनका समर्थन करने के लिए आभारी हैं, और हम यह विश्वास करते हैं कि यह साझेदारी महत्वपूर्ण अनुसंधान और नवाचार के लिए मार्ग प्रशस्त बनाने में सहायता करेगी। उन्होंने कहा कि गूगल इंडिया के कंट्री हेड श्री संजय गुप्ता और रीडीफ्यूजन के एम डी श्री संदीप गोयल ने हमे हमारे लक्ष्य तक पहुंचाने में मदद करने को आश्वस्त किया है। “भारत लैब” एक अनुसंधान, डेटा विश्लेषण और सहयोग के लिए एक केंद्र बनने की योजना बना रहा है, जो शिक्षा और उद्योग को साझे में एक संबंध स्थापित करने में सहायता करेगा। यह पहल विश्वविद्यालय की ज्ञान की अग्रणी भूमिका और समाज की और से विकसित हो रही जानकारी और उच्चतम प्रौद्योगिकी का उपयोग करके समाज की बदलती आवश्यकताओं का समाधान करने में मदद करती है। लखनऊ विश्वविद्यालय की स्थापना 1921 में हुआ था।