एनआरएआई ने हांगझोऊ एशियाई खेलों के पदक विजेता निशानेबाजों को किया सम्मानित

एनआरएआई ने हांगझोऊ एशियाई खेलों के पदक विजेता निशानेबाजों को किया सम्मानित

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) ने मंगलवार को भारतीय शूटिंग टीम के सदस्यों को सम्मानित किया, जिन्होंने पिछले हफ्ते हांगझोऊ में समाप्त हुए 19वें एशियाई खेलों में भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा पदक जीते थे।

33 सदस्यीय दल चीन के हांगझोऊ से महाद्वीपीय बहु-खेल प्रतियोगिता में सात स्वर्ण सहित 22 पदकों के ऐतिहासिक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ वापस आया।

एनआरएआई ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि कोचों और सहयोगी स्टाफ सहित टीम को राष्ट्रीय राजधानी में डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज (डीकेएसएसआर) के फाइनल्स हॉल में समारोह में सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा शूटिंग टीम के सदस्यों को स्मृति चिन्ह सौंपे गए।

सभा को संबोधित करते हुए, एनआरएआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह देव ने कहा, ”यह वास्तव में एनआरएआई के लिए बहुत गर्व का क्षण है, जब हमारे निशानेबाज ऐसे परिणाम देते हैं और ऐसी मान्यता प्राप्त करते हैं। हालांकि, मुझे यकीन है कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है और बड़ी उपलब्धियां हमारे प्रतिभाशाली निशानेबाजों का इंतजार कर रही हैं। मैं अपने सभी प्रिय निशानेबाजों से बस एक बात दोहराना चाहता हूं कि अपनी शूटिंग पर ध्यान केंद्रित रखें।”

22 अक्टूबर से 2 नवंबर, 2023 के बीच कोरिया के चांगवोन में होने वाली एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप (एएससी) से पहले, भारतीय सीनियर और जूनियर दोनों टीमें डीकेएसएसआर में एक राष्ट्रीय शिविर से गुजर रही हैं। एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप भारतीय निशानेबाजों को अवसर प्रदान करती है। अगले वर्ष पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए अधिक कोटा स्थान जीतें।

चांगवोन के लिए पहला समूह बुधवार (18 अक्टूबर) को रवाना होगा। सीनियर टीम में 36 निशानेबाजों के साथ 17 कोच और सहयोगी स्टाफ हैं जो विभिन्न चरणों में उनके साथ रहेंगे। जूनियर टीम में 38 सदस्य और 24 कोच और सहायक कर्मचारी हैं।

एएससी 12 ओलंपिक शूटिंग स्पर्धाओं में 24 पेरिस ओलंपिक कोटा देगा और भारतीय वरिष्ठ टीम पिछले टोक्यो ओलंपिक में अपने 15 कोटा स्थानों को पीछे छोड़ना चाहेगी। टीम पहले ही अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिताओं में सात कोटा स्थान हासिल कर चुकी है।

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

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