एकेटीयू की इस खोज से दिव्यांगों और बुजुर्गों को मिलेगा खास फायदेमंद

एकेटीयू की इस खोज से दिव्यांगों और बुजुर्गों को मिलेगा खास फायदेमंद

लखनऊ। एकेटीयू यानी डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज में कंट्रोलिंग मल्टीपल रोबोट यूजिंग हैंड जेस्चर बनाया जा रहा है। इसमें दोनों हाथों की अंगुलियों से रोबोट को निर्देश दिया जा सकेगा। रोबोट न केवल अंगुलियों के इशारे पर मूव करेंगे बल्कि विभिन्न कामों को भी अंजाम देंगे। इस तकनीक का सबसे ज्यादा फायदा दिव्यांगों और बुजुर्गों को होगा। फिलहाल इस तकनीक का रिसर्च पेपर पब्लिश करने की तैयारी हैं।

एक हाथ से कई रोबोट होंगे कंट्रोल

सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज के एसो. प्रोफेसर डॉ.अनुज शर्मा की अगुवाई में पीएचडी स्कॉलर अभिषेक कौशल, एमटेक छात्र आनंद यादव और सूरज चौरसिया व बीटेक छात्र कृष्णा गुप्ता ने इस तकनीक पर काम किया है। डॉ. अनुज शर्मा ने बताया कि यह तकनीक कंप्यूटर विजन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार की गयी है। इसमें दाहिने हाथ की अंगुलियों से यदि एक से अधिक रोबोट रहेंगे तो उन्हें चयनित किया जाएगा। मसलन, अंगूठे पर जिस रोबोट की जानकारी दर्ज रहेगी वह ऑन हो जाएगा। इसी तरह अन्य अंगुलियों पर भी रोबोट काम करेंगे। वहीं, बायें हाथ की अंगुलियों से रोबोट को दिशा निर्देश दिया जा सकेगा। डेस्कटॉप या लैपटॉप के स्क्रीन पर अंगुलियों के इशारे से रोबोट को दिशा निर्देश दिया जा सकता है। रोबोट कंप्यूटर से कनेक्ट रहेंगे। कंटोलिंग मल्टीपल रोबोट यूजिंग हैंड जेस्चर तकनीकी से सबसे ज्यादा फायदा दिव्यांगों और बुजुर्गों को होगी। घर में अकेले रहने वाले दिव्यांगों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। चलने फिरने में असमर्थ होने की वजह से उन्हें कोई सामान लेने में परेशानी होती है। ऐसे में रोबोट उनके हाथों के इशारे से कमरे में काम पूरा करेंगे।

जल्द लांच होगा फाइनल प्रोडक्ट

रोबोट के अलावा जल्द ही घर में लगे एसी, पंखे, लाइट और टीबी को भी स्विच या रिमोट की बजाय हाथो से दिशा निर्देश दिया जा सकेगा। पीएचडी स्कॉलर अभिषेक कौशल ने बताया कि बल्ब की रोशनी कम ज्यादा करने से लेकर टीबी का वॉल्यूम बढ़ाने घटाने और पंखा एसी कम तेज करने का काम भी हाथों की अंगुलियों से आने वाले दिनों में किया जा सकेगा। इस पर काम किया जा रहा जल्द ही फाइनल प्रोडक्ट लांच होगा।

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