एआई से 2030 तक नौकरियों के लिए स्किल्स में लगभग 65 प्रतिशत तक आएगा बदलाव

एआई से 2030 तक नौकरियों के लिए स्किल्स में लगभग 65 प्रतिशत तक आएगा बदलाव

नई दिल्ली, 04 अक्टूबर (आईएएनएस)। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में तेजी से हो रहे डेवलपमेंट्स से वर्कप्लेस ट्रांसफॉरमेशन में तेजी आ रही है, ग्लोबल लेवल पर नौकरियों के लिए जरुरी स्किल्स में 2030 तक कम से कम 65 प्रतिशत बदलाव का अनुमान है।

प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म लिंक्डइन के अनुसार, भारत में पिछले दो सालों में एआई या जेनेरेटिव एआई का उल्लेख करने वाली जॉब पोस्ट दोगुनी (2.5 गुना) से अधिक हो गई है।

इसके अलावा, एआई या जनरल एआई का उल्लेख करने वाली जॉब पोस्ट में पिछले दो सालों में भारत में आवेदनों में 2.1 गुना की वृद्धि देखी गई है, जबकि इसका उल्लेख नहीं करने वाली जॉब पोस्ट में वृद्धि हुई है।

रिपोर्ट में यह भी संकेत दिया गया है कि भारत में 98 प्रतिशत प्रोफेशनल वर्क पर एआई का इस्तेमाल करने के लिए उत्साहित हैं, कई लोग करियर एडवाइस (75 प्रतिशत) लेने या काम पर कठिन परिस्थितियों को संभालने (78 प्रतिशत) के लिए एआई का इस्तेमाल करने के लिए उत्सुक हैं।

लिंक्डइन इंडिया में टैलेंट एंड लर्निंग सॉल्यूशन की वरिष्ठ निदेशक रुचि आनंद ने कहा, ”बिजनेस लीडर्स को इस मोमेंट का लाभ उठाकर उन स्किल्स पर विचार करना चाहिए, जिनकी उनकी टीमों को अभी और भविष्य में आवश्यकता है। एक टूल के रूप में एआई के साथ, एचआर प्रोफेशनल्स रुटीन टास्क को सरल बनाने, मूल्यवान, केंद्रित जिम्मेदारियों में गहराई से उतरने और यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं कि उनके व्यवसाय समृद्धि के लिए सही प्रतिभा से लैस हैं।”

रिपोर्ट में 29,000 प्रोफेशनल्स का सर्वे किया गया, जिसमें अगस्त 2023 में वैश्विक स्तर पर 18 प्लस आयु वर्ग के 1,313 एचआर प्रोफेशनल्स शामिल थे।

भारत में लगभग 92 प्रतिशत टैलेंट प्रोफेशनल्स ने कहा कि पिछले साल में उनकी भूमिका अधिक रणनीतिक हो गई है, विशेष रूप से प्रतिभा अधिग्रहण के क्षेत्र में।

रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर अधिकांश एचआर प्रोफेशनल्स (80 प्रतिशत) का मानना है कि एआई एक ऐसा टूल होगा जो अगले पांच सालों में उनकी मदद करेगा, जिससे वे अपनी भूमिकाओं के अधिक रणनीतिक, मानवीय पहलुओं पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।

–आईएएनएस

पीके

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