एंड्रॉइड 14 जल्द ही सैटेलाइट फीचर के जरिए ला सकता है एसएमएस

एंड्रॉइड 14 जल्द ही सैटेलाइट फीचर के जरिए ला सकता है एसएमएस

सैन फ्रांसिस्को, 23 जुलाई (आईएएनएस)। एंड्रॉइड 14 कथित तौर पर जल्द ही मोबाइल फोन पर सैटेलाइट फीचर के माध्यम से एसएमएस का समर्थन करेगा, जो मोबाइल संचार प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है।

फ़ोन एरिना की रिपोर्ट के अनुसार, पिक्‍सेल हैश टीम पिक्‍सेल ट्विटर अकाउंट के एक ट्वीट के आधार पर उपयोगकर्ताओं को जल्द ही एंड्रॉइड 14 के साथ सैटेलाइट एसएमएस समर्थन मिलेगा।

इसने ट्वीट किया, “सैटेलाइट एसएमएस, एंड्रॉइड 14।”

अपडेट जारी होने के बाद उपयोगकर्ता एसएमएस संदेश भेजने और प्राप्त करने के लिए अपने डिवाइस का उपयोग करने में सक्षम होंगे, यहां तक कि उन क्षेत्रों में भी, जहां सेलुलर कवरेज सीमित या अनुपलब्ध है।

इसके अलावा, ट्वीट में यह भी उल्लेख किया गया है कि पिक्सेल और गैलेक्सी फोन सैटेलाइट के माध्यम से एसएमएस का समर्थन करने वाले हार्डवेयर वाले पहले एंड्रॉइड मॉडल में से एक होंगे।

पिक्‍सेल हैश टीम पिक्‍सेल ने कहा, “एसएमएस सैटेलाइट को एंड्रॉइड में जोड़ा जाएगा, और इसके लिए उपयुक्त हार्डवेयर की जरूरत होगी। फिर पिक्सेल और गैलेक्सी इसे प्राप्त करने वाले पहले लोगों में से होंगे।”

एंड्रॉइड 14 के अंतिम और स्थिर संस्करण की रिलीज़ अब बहुत करीब है, इसके लॉन्च होने में अनुमानित दो से तीन सप्ताह शेष हैं।

हालांकि, स्मार्टफ़ोन में सैटेलाइट समर्थन का पूरा दायरा अनिश्चित बना हुआ है।

एप्पल पहले से ही सैटेलाइट फीचर के जरिए इमरजेंसी एसओएस को सपोर्ट करता है।

आईफोन 14 और आईफोन 14 प्रो मॉडल के साथ उपयोगकर्ता सेलुलर और वाई-फाई कवरेज से बाहर होने पर आपातकालीन सेवाओं को टेक्स्ट करने के लिए सैटेलाइट के माध्यम से आपातकालीन एसओएस का उपयोग कर सकते हैं।

इस सुविधा ने दूर-दराज के क्षेत्रों में फंसे लोगों को बचाने में सहायता करके अपनी जीवन रक्षक क्षमता साबित की है।

उपग्रह सुविधा के माध्यम से आपातकालीन एसओएस ने अमेरिका में एक गंभीर कार दुर्घटना में दो लोगों को बचाने में मदद की है।

मैकरयूमर्स के अनुसार, यह घटना अमेरिकी राज्य कैलिफ़ोर्निया के एंजिल्स नेशनल फ़ॉरेस्ट में एंजिल्स फ़ॉरेस्ट हाईवे पर हुई, जिसमें एक वाहन एक पहाड़ के किनारे से फिसलकर लगभग 300 फीट दूर एक सुदूर घाटी में गिर गया।

कार में मौजूद आईफोन 14 ने दुर्घटना का पता लगाया और सैटेलाइट के माध्यम से आपातकालीन एसओएस का उपयोग करके बचावकर्ताओं को जानकारी भेजी, क्योंकि कोई सेलुलर सिग्नल नहीं था।

–आईएएनएस

एसजीके

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