देश की पश्चिमी और पूर्वी सीमाओं के अग्रिम मोर्चे पर महिला सैन्य अधिकारी जल्द ही भारतीय सेना की लड़ाकू पलटनों की कमान थामती नजर आएंगी। इसी महीने चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से प्रशिक्षण हासिल करने के बाद आर्टिलरी (तोपखाना) रेजिमेंट के महिला अफसरों का पहला बैच पास आउट करेगा।
ऐतिहासिक कदम होगा महिला अफसरों की तैनाती
सैन्य युद्ध कौशल और रणनीति का संपूर्ण प्रशिक्षण पूरा करने वाली इन महिला सैन्य अफसरों को सेना जल्द ही बॉर्डर के अग्रिम मोर्चों पर अपनी प्रमुख लड़ाकू सहायता इकाई आर्टिलरी डिवजिन में तैनात करेगी। सेना में लैंगिक समानता का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में आर्टिलरी रेजिमेंट में महिला अफसरों की तैनाती ऐतिहासिक कदम होगा।
फ्रंटलाइन आर्टिलरी रेजिमेंट में होगी तैनाती
सेना के सूत्रों के अनुसार, ओटीए चेन्नई में इसी 29 अप्रैल को आर्टिलरी बैच में शामिल की गईं महिला सैन्य अधिकारी अपना प्रशिक्षण पूरा कर लेंगी। इसके बाद इन सभी महिला अधिकारियों को सेना जल्द ही फ्रंटलाइन आर्टिलरी रेजिमेंट में तैनाती करेगी। भारतीय सेना के इतिहास में पहला मौका होगा, जब महिला अफसरों को अग्रिम मोर्चे पर तैनात किए जाने वाले लड़ाकू रेजिमेंट का हिस्सा बनाते हुए उन्हें कमान भी सौंपी जाएगी।
अभी तक सेना के इंजीनियर्स कोर, आर्मी एयर डिफेंस, आर्मी एविएशन, सिग्नल्स कॉर्प्स, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स, इंटेलिजेंस कॉर्प्स, आर्मी सर्विस कॉर्प्स, आर्मी ऑर्डिनेंस कोर, आर्मी एजुकेशनल कॉर्प्स, जज एडवोकेट जनरल डिपार्टमेंट, मेडिकल कॉर्प्स, आर्मी डेंटल कॉर्प्स और मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में महिलाओं के लिए आरक्षित एक विशेष कैडर है। लेकिन सेना के अग्रिम युद्धक इकाईयों में महिलाओं के लिए रास्ता नहीं खुला था।