अलीगढ़ मुस्लिम विश्‍वविद्यालय जैसी संस्थाएं सिर्फ आंतकवाद का पाठ पढ़ा रहीं : संगीत सोम

अलीगढ़ मुस्लिम विश्‍वविद्यालय जैसी संस्थाएं सिर्फ आंतकवाद का पाठ पढ़ा रहीं : संगीत सोम

मेरठ 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मेरठ में रविवार को साकेत स्पोर्ट्स क्लब में एक सभा को संबोधित करते हुए भाजपा नेता एवं सरधना के पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सोम ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्‍वविद्यालय (एएमयू) से लेकर कश्मीर तक हमास के समर्थन में नारेबाजी की जा रही है।

उन्होंने आगे कहा कि देश में अलीगढ़ मुस्लिम विश्‍वविद्यालय (एएमयू) जैसी संस्थाएं केवल आंतकवाद का पाठ पढ़ा रही हैं। एएमयू और इस तरह की अन्य संस्थाओं पर ताला लगा दिया जाए। ये लोग हमास के अत्याचार पर बोलने से बच रहे हैं और चंद गुंडे देशद्रोही हमास के समर्थन में खड़े हैं।

भाजपा के पूर्व विधायक ने कहा कि जो मुसलमान अभी भी हिंदुस्तान में हैं, वे देश में हमास जैसा आतंकवादी संगठन खड़ा करने की तैयारी में हैं। इसके लिए 50 से लेकर 100 रुपये की रसीद काटकर चंदा इकट्ठा किया जा रहा है। यानी देश खिलाफ इनकी फंडिंग चल रही है। इससे बचने के लिए एक विशेष समुदाय के ठेला और खोमचा लगाने वालों से सामान खरीदने का बहिष्कार करना होगा।

संगीत सोम ने इजरायल का समर्थन करते हुए कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में हमास का समर्थन करने वालों को गद्दार बताया और आगे कहा कि ”यूपी से करोड़ों और देश से अरबों रुपया कहां जा रहा है, इसकी जांच एजेंसियों से करानी चाहिए। भाजपा नेता ने कहा कि क्षत्रिय समाज और राजपूत समाज के लोगों ने देश के लिए गोलियां खाई हैं। दुनिया हमारे इतिहास को जानती है। आज समय ज़बाब देने का आ गया है। भगवान ने भी अवतार लिया तो क्षत्रिय के घर में आए। पूरा क्षत्रिय समाज हमास को खत्म करने की ताकत रखता है।”

उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश का अस्तित्व मिटाने की तैयारी में हैं। हम किसी भी कीमत पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग नहीं होने देंगे। अगर ऐसा हुआ तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश ‘मिनी पाकिस्तान’ बन जाएगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को दिल्ली राज्य में शामिल करना चाहिए।

बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने खुलकर फिलिस्तीन का समर्थन किया है और हमास के समर्थन में जुलूस निकाला गया। वहीं दूसरी ओर एआईएमआईएम नेता असुद्दीन ओवैसी भी फिलिस्तीन का समर्थन करते नजर आए हैं।

–आईएएनएस

विमल/एसजीके

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