अयोध्या में श्रद्धालुओं को लुभाएगी 12 करोड़ की हेरिटेज रोड

अयोध्या में श्रद्धालुओं को लुभाएगी 12 करोड़ की हेरिटेज रोड

अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी-सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल अयोध्या में श्रद्धालु और पर्यटकों के लिए रामलला के दर्शन सुलभ हों और वे रामनगरी की संस्कृति भी जान पाएं। इसके लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त करीब 1.30 किमी की लूप रोड बनाई जाएगी। अमांवा से दशरथ महल तक बनने वाली यह सड़क रामनगरी की सभी प्रमुख प्राचीन पीठों से होते हुए दोनों छोर (शुरू व अंत में) रामजन्मभूमि पथ से भी जुड़ेगी। अयोध्या विकास प्राधिकरण ने इसका डीपीआर बनाकर शासन को भेज दिया है। प्रमुख सचिव नगर विकास समेत कई अधिकारियों ने एडीए के उपाध्यक्ष विशाल सिंह से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चर्चा भी की। इस हेरिटेज रोड का प्रमुख उद्देश्य रामनगरी में पर्यटन को बढ़ावा देना है।एडीएम के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि अमांवा गेट नंबर एक से यह सड़क शुरू होगी। जो गेट नंबर दो, अशर्फी भवन, सीता रसोई होते हुए दशरथ महल तक जाएगी।

बनेंगे भव्य प्रवेश द्वार

श्रद्धालुओ और पर्यटकों के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी दोनों स्थानों पर भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे।उन्होंने बताया कि करीब 12 करोड़ तीन लाख 41 हजार रुपये की लागत से इस सड़क के निर्माण के साथ-साथ श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। इसमें जगह-जगह पार्किंग की पर्याप्त सुविधा होगी।बताया कि इस सड़क से रामनगरी के सभी प्रमुख प्राचीन पीठ जैसे अमांवा मंदिर, दशरथ महल, कनक भवन, अशर्फी भवन और हनुमानगढ़ी आदि जुडेंगे।

हेरिटेज बेंच लगाई जाएंगी

अत्याधुनिक लाइटों के साथ-साथ हेरिटेज बेंच लगाई जाएंगी सभी प्राचीन धरोहरों का सुंदरीकरण किया जाएगा। सभी का फसाड अग्र भाग भी विकसित कर एक जैसा होगा। यहीं नहीं अत्याधुनिक लाइटों के साथ-साथ हेरिटेज बेंच लगाई जाएंगी। फव्वारे लगाए जाएंगे। प्रसाधन बनाए जाएंगे। खाने-पीने की अच्छी व्यवस्था की जाएगी। पीने के पानी के लिए जगह-जगह आरओ लगाए जाएंगे। स्ट्रीट वेंडिंग जोन बनाए जाएंगे।इसके साथ-साथ मार्केट हब भी विकसित किया जाएगा। जहां लोगों को जरूरत का सारा सामान तो मिलेगा ही साथ ही रामनगरी की पहचान से जुड़ीं सभी धार्मिक सामग्रियां भी उपलब्ध रहेंगी।उपाध्यक्ष ने बताया कि इस सड़क के निर्माण का प्रमुख उद्देश्य है कि यहां आने वाले पर्यटक रामनगरी में रुकें। वे अमांवा से टहलते हुए सभी प्रमुख धार्मिक व प्राचीन स्थल घूमते हुए रामजन्म भूमि पहुंचे और राममंदिर में रामलला के दर्शन करें। कहा कि रामजन्मभूमि पथ पर यदि कभी भीड़ बहुत अधिक होती है तो इस मार्ग को भी वैकल्पिक मार्ग के रूप में इस्तेमाल करने की योजना है।साथ ही एक प्रस्ताव ये भी है कि सड़क के किनारे रहने वाले गरीबों के प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास बनाकर दिए जाएं। इस पर अभी मंथन चल रहा है। उन्होंने बताया कि जल्द ही लखनऊ से उच्च अधिकारियों और विशेषज्ञों की टीम यहां फिर निरीक्षण करने आएगी। डीपीआर पास होते ही काम शुरू हो जाएगा।

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