काबिल होने के बावजूद क्या आपका बच्चा सिर्फ अपनी गंदी हैंडराइटिंग की वजह से क्लॉस में बाकी बच्चों से पीछे रह जाता है या फिर एग्जाम टाइम में
अपनी राइटिंग की वजह से नंबर कटवा बैठता है, तो टेंशन छोड़ पेरेंटिंग के ये आसान टिप्स अपनाएं। इन आसान उपायों को अपनाकर आप बेहद कम समय में अपने बच्चे में सुधार अनुभव कर सकते हैं
अच्छी हैंडराइटिंग का महत्व समझाएं-
साफ सुथरी और अच्छी हैंडराइटिंग के साथ सवालों के जबाव का सही तरीके से प्रेजेंटेशन करना भी बच्चों के एकेडमिक ग्रोथ के लिए बेहद जरूरी होता है। ऐसे में क्लॉस में अच्छे अंक लाने के लिए बच्चों को अच्छी राइटिंग और बेहतर प्रेजेंटेशन का महत्व जरूर समझाएं।
सही पकड़-
अच्छी हैंडराइटिंग का पहला नियम यह है कि लिखते समय बच्चा पेंसिल या पेन को सही तरीके से पकड़ना सीखें।ध्यान रखें, पेंसिल या पेन को हमेशा अंगुठे और उसके पास वाली अंगुली के बीच से आराम से पकड़ा जाना चाहिए।
राइटिंग में भी खोजे फन-
बच्चे की राइटिंग में सुधार करने के लिए कई बार पेरेंट्स उन्हें एक ही लाइन 10 बार लिखने के लिए दे देते हैं, जिससे बच्चा बोर होने लगता है। ऐसे में बच्चे को होमवर्क करवाते समय अपनी राइटिंग में सुधार करने के लिए प्रोत्साहित करते रहें। इसके अलावा बच्चों को लिखने के लिए अलग-अलग रंग के पेन देने के अलावा हैंगमैन, क्रॉसवर्ड या फिर फ्री हैंड लिखने के लिए भी बोल सकते हैं।
धैर्य रखें –
पेरेंट्स को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि आपके बच्चे कि राइटिंग रातों-रात नहीं सुधरने वाली है। इसलिए बच्चों के साथ कोशिश करते समय अपना धैर्य बनाए रखें, साथ ही उन पर जल्दी कोई काम करने का प्रेशर न बनाएं। बच्चे की हैंडराइटिंग सुधारने के अपने प्रयास को छोटे-छोटे स्टेप लेकर आगे बढ़ाएं।
अभ्यास भी है जरूरी-
किसी भी चीज को सीखने के लिए अभ्यास बहुत जरूरी चीज होता है। आप जितना ज्यादा राइटिंग का अभ्यास करेंगे आपकी राइटिंग उतनी ही जल्दी और अच्छी होगी। ऐसा करते समय बच्चे को सही साइज, स्पेस और फॉर्मेशन के बारे में समझाएं।
तुलना करने की न करें गलती-
बच्चे की हैंडराइटिंग में सुधार करते समय माता-पिता को यह समझना बहुत जरूरी है कि हर बच्चा अपने आप में अलग है। ऐसे में अपने बच्चे में सुधार लाने के लिए उसकी तुलना दूसरे बच्चों से कभी न करें बल्कि उसे साफ सुथरी राइटिंग का महत्व समझाकर हर समय अच्छा लिखने के लिए प्रोत्साहित करें।