श्री जगन्नाथ मंदिर के सभी चार दरवाजे और रत्न भंडार खोलने की मांग को लेकर कांग्रेस ने पुरी में की रैली

श्री जगन्नाथ मंदिर के सभी चार दरवाजे और रत्न भंडार खोलने की मांग को लेकर कांग्रेस ने पुरी में की रैली

भुवनेश्वर, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। श्री जगन्नाथ मंदिर के सभी चार दरवाजे और रत्न भंडार खोलने की मांग को लेकर विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को ओडिशा के पुरी शहर में एक रैली आयोजित की।

गुंडिचा मंदिर से श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के कार्यालय तक रैली में कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और शीर्ष नेताओं ने भाग लिया।

ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष शरत पटनायक ने कहा कि पिछले 24 साल से राज्य में शासन कर रही राज्य सरकार भगवान जगन्नाथ के मंदिर के चारों दरवाजे नहीं खोल रही है। वे रत्न भंडार को उसकी मरम्मत और उसके अंदर मौजूद कीमती सामान के भंडारण के लिए नहीं खोल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पुरी जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता और राज्य के अन्य हिस्सों से आए अन्य साथी राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपेंगे।

ओपीसीसी अध्यक्ष ने कहा, जो सरकार राज्य के लिए कुछ नहीं कर सकती वह भगवान के साथ राजनीति करने की कोशिश कर रही है।

पटनायक ने सरकार पर कार्तिक के पवित्र महीने के दौरान पुरी में हबिसयालीकी विशाल भीड़ का प्रबंधन करने के लिए तैयार नहीं होने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि सरकार पवित्र महीने की शुरुआत से पहले पार्टी द्वारा उठाए गए मुद्दों को संबोधित करने में विफल रहती है तो राज्य भर में तेज प्रदर्शन होंगे।

उन्होंने कहा कि मंदिर के चारों द्वार खोलने की अनिच्छा से श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मंदिर के सभी दरवाजे नहीं खोलने के सरकार के फैसले पर सवाल उठाया क्योंकि कोविड महामारी समाप्त हो गई है।

सरकार ने महामारी प्रतिबंधों के मद्देनजर केवल सिंह द्वार से भक्तों को प्रवेश की अनुमति दी है।

कांग्रेस नेता तारा प्रसाद बाहिनीपति ने कहा कि पार्टी की पहली मांग हबिसयालीके लिए जगन्नाथ मंदिर के चार द्वार खोलने और वहां संग्रहीत मूल्यवान आभूषणों की सूची के लिए रत्न भंडार खोलने की है।

पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वेंडेंट कंपनी द्वारा कब्जा की गई 6000 एकड़ जमीन को सौंपने और विरासत शहर के सौंदर्यीकरण के लिए सरकार द्वारा ध्वस्त किए गए मठों, मंदिरों और घरों के उचित पुनर्वास की भी मांग की।

कांग्रेस ने 28 अक्टूबर तक मंदिर के दरवाजे खोलने का अल्टीमेटम दिया है, अन्यथा राज्यव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा।

एसजेटीए के मुख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने कहा कि ज्ञापन राज्यपाल को भेजा जायेगा। दास ने मांगों पर गौर कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया।

इस बीच भाजपा नेता समीर मोहंती ने रत्न भंडार खोलने और आभूषणों के भंडार के संचालन के लिए कोई समिति नहीं बनाने के लिए सरकार की आलोचना की।

उन्होंने कहा कि श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन समिति ने इस मुद्दे पर 4 अगस्त को उच्च न्यायालय के साथ-साथ राज्य सरकार को एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया है लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया है।

बीजद नेता अमर सत्पथी ने विपक्ष को इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सरकार अदालत के निर्देशों का पालन करेगी और कानून विभाग अदालत के आदेश की जांच कर रहा है।

–आईएएनएस

एमकेएस/एबीएम

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