एपी ढिल्लों के लिए अच्छी म्यूजिक बनाने की शुरुआत एक कप चाय से… (आईएएनएस इंटरव्यू)


मुंबई, 24 अगस्त (आईएएनएस)। पंजाबी संगीतकार एपी ढिल्लों की लोकप्रियता सही मायनों में जबरदस्त रही है। गायक-संगीतकार एपी ढिल्लों और शिंदा काहलों, गुरिंदर गिल के साथ जीमिनएक्सआर की उनकी टीम ने 2019 में पहला ट्रैक ‘फेक’ जारी किया था। उस समय से कनाडा स्थित इस टीम ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

‘ब्राउन मुंडे’, इंस्टाग्राम पर वायरल ‘एक्सक्यूज़’, ‘वो नूर’, ‘मा बल्ले’, ‘समर हाई’ जैसे गानों ने दुनियाभर को अपना दीवाना बनाया है। ऐसे गानों का चार्टबस्टर्स में बदल जाना एपी और उनकी टीम के लिए बेहद खास है। एपी ढिल्लों के लिए अच्छी म्यूजिक की यात्रा की शुरुआत एक कप ‘चाय’ से होती है।

आईएएनएस से बात करते हुए एपी ढिल्लों ने शेयर किया कि अच्छा संगीत बनाना एक अच्छी ‘चाय’ से शुरू होता है, यह टीम को बहुत अधिक ऊर्जा से भर देता है और माहौल बनाने में मदद करता है। तो, हां… चाय एक एनर्जी बूस्टर है।

सबसे पहले चाय है और… फिर जादू चलता है। एपी ढिल्लों अपने लॉजिक डिजिटल ऑडियो वर्कस्टेशन पर कोन्टैक्ट लाइब्रेरी और ओम्निस्फेयर जैसे वीएसटी के साथ सही म्यूजिक की यात्रा शुरू कर देते हैं।

दरअसल, पंजाबी भाषा ने हमेशा प्रवासी भारतीयों और गैर-भारतीयों, दोनों ही वर्ग के बड़े दर्शकों को आकर्षित किया है। गुरदास मान, दलेर मेहंदी से लेकर दिलजीत दोसांझ, गुरु रंधावा और एपी ढिल्लों तक, पंजाबी संगीत और भाषा ने बार-बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जादू चलाया है।

हालांकि, एपी ढिल्लों और शिंदा को लगता है कि ट्रैक की सफलता में भाषा का बहुत कम योगदान है। यदि संगीत अच्छा है, तो भाषा की परवाह किए बिना लोग इसे पसंद करेंगे।

एपी ढिल्लों ने आईएएनएस को बताया कि “मुझे लगता है कि आज हर भाषा के किसी भी कलाकार के पास समान अवसर हैं। यदि आपका संगीत अच्छा है, तो यह बड़े पैमाने पर लोगों से जुड़ेगा, चाहे भाषा कोई भी हो।

मुख्य रूप से यह संगीत या ताल है, जो श्रोताओं को आकर्षित करता है। यदि धुन या ताल अच्छी है तो लोगों को वह पसंद आएगी और फिर वे उस भाषा को सीखने में भी सक्रिय रुचि लेंगे। इसलिए, एक संगीतकार के रूप में आपकी ज़िम्मेदारी अच्छा संगीत बनाने में है, क्योंकि अच्छा संगीत भाषा को आगे बढ़ाता है।”

शिंदा के मुताबिक पंजाबी के संबंध में, मुझे लगता है कि भाषा समझने में आसान है और बहुत मधुर है, इसलिए यह आसानी से श्रोताओं के दिलो-दिमाग में समा जाती है।

एपी ढिल्लों ने हाल में अपनी डॉक्यू-सीरीज ओटीटी पर रिलीज की है। यह उनके फैंस के लिए विशेष रूप से दिलचस्प है क्योंकि उनके जीवन के बारे में बहुत कुछ पता नहीं है।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह इंट्रोवर्ट हैं, एपी ढिल्लों ने आईएएनएस को बताया कि मैं अंतर्मुखी नहीं हूं, लेकिन मैं इसे संगीत तक ही सीमित रखना चाहता था। जब मैंने संगीत में अपना काम शुरू किया, तो मेरे पास फॉलो करने के लिए कोई रोडमैप नहीं था। अगर यह मेरे पास होता तो मैं वो गलतियां नहीं करता, जो मैंने की हैं।

एपी ढिल्लों ने कहा कि डॉक्यू-सीरीज आने वाले कलाकारों के लिए एक रोडमैप है ताकि वह सभी सीख सकें, सर्वश्रेष्ठ चुन सकें और जो गलतियां मैंने की हैं, उन्हें ना दोहराएं।

डॉक्यू-सीरीज ‘एपी ढिल्लों : फर्स्ट ऑफ अ काइंड’ प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रहा है।

–आईएएनएस

एबीएम


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