वाईएसआर कांग्रेस ने जगन पर हमले के लिए टीडीपी को जिम्मेदार ठहराया

वाईएसआर कांग्रेस ने जगन पर हमले के लिए टीडीपी को जिम्मेदार ठहराया

विजयवाड़ा, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने शनिवार को विजयवाड़ा में मेमंथा सिद्धम रैली के दौरान मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर हुए हमले के लिए तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) को जिम्मेदार ठहराया।

वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जब लोगों का अभिवादन करने के लिए एक विशेष अभियान बस के ऊपर खड़े थे तो एक पत्थर लगने से उनकी बाईं भौंह पर चोट लग गई।

पार्टी ने दावा किया कि हमले के पीछे टीडीपी का हाथ है, क्योंकि वह अपने तथाकथित गढ़ में सीएम जगन को मिल रही जोरदार प्रतिक्रिया को सहन करने में असमर्थ थी।

वाईएसआर कांग्रेस संसदीय दल के नेता वी. विजयसाईं रेड्डी ने जगन मोहन रेड्डी पर हमले की निंदा की।

उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि टीडीपी अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने कभी भी विकास की राजनीति में विश्‍वास नहीं किया।

उन्होंने पोस्ट किया, “यह एक बार फिर साबित हो गया है कि वह कायरतापूर्ण राजनीति कर रहे हैं, केवल हिंसा और साजिशों में विश्‍वास करते हैं।”

वाईएसआर कांग्रेस के एक अन्य नेता और विधायक हफीज खान ने आरोप लगाया कि इस कायरतापूर्ण कृत्य के पीछे टीडीपी का हाथ है, क्योंकि वे सीएम जगन को उनकी मेमंथा सिद्धम यात्रा के दौरान मिल रही भारी प्रतिक्रिया को बर्दाश्त नहीं कर सके।

उन्होंने कहा, “हम पुलिस से दोषियों को पकड़ने का आग्रह करते हैं। टीडीपी को पता होना चाहिए कि वे इस तरह के हमलों से चुनाव नहीं जीत सकते।”

इस बीच, राज्य कांग्रेस प्रमुख और जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला रेड्डी ने घटना को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

उन्होंने कहा, “हमें लगता है कि यह एक दुर्घटना थी। अगर यह जानबूझकर किया गया था, तो हर किसी को इसकी निंदा करनी चाहिए। लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। हर डेमोक्रेट को हिंसा की निंदा करनी चाहिए। मैं जगन के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए भगवान से प्रार्थना कर रही हूं।”

इस बीच, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने शनिवार को विजयवाड़ा में मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की ‘मेमंथा सिद्धम यात्रा’ के दौरान उन पर हुए हमले को नाटक करार दिया है।

हालांकि, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने हमले की निंदा की। उन्होंने चुनाव आयोग से ‘घटना की निष्पक्ष जांच शुरू करने और जिम्मेदार अधिकारियों को दंडित करने’ का अनुरोध किया।

–आईएएनएस

एसजीके/

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