केरल में कोझिकोड के एक सरकारी मेडिकल काॅलेज के अस्पताल में गलत ऑपरेशन करने का एक और मामला सामने आया है। एक मरीज ने हाथ में फ्रैक्चर के इलाज के दौरान चिकित्सकीय लापरवाही के चलते उसके हाथ में गलत राॅड डालने को लेकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
हालांकि रविवार को अस्पताल ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि मरीज का एकदम सही ऑपरेशन किया गया है। मेडिकल काॅलेज पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि मेडिकल काॅलेज अस्पताल में शनिवार को इलाज में हुई गड़बड़ी को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
मरीज के हाथ में डाले गलत राॅड
24 वर्षीय अजीत की मां ने अपने बेटे के हाथ के ऑपरेशन को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि उसके दाहिने हाथ में किसी और मरीज की राॅड डाल दी गई है जिससे उसका हाथ बुरी तरह दर्द कर रहा है। एक सड़क हादसे के बाद एक दिन पहले ही उसे बीच हाॅस्पिटल से यहां रेफर किया गया था।
एक्सरे में हुआ इसका खुलासा
ऑपरेशन के बाद तकलीफ बढ़ने से कराए गए एक्सरे में पता चला कि डाॅक्टर ने गलत राड मरीज को लगा दी है। मरीज के स्वजनों ने बताया कि डाॅक्टर ने मरीज का दोबारा ऑपरेशन करने का दबाव बनाया, मना करने पर वह स्वजनों पर चिल्लाया भी था। रिपोर्ट दर्ज कराने वाली मां ने बताया कि परिवार ने डाॅक्टर के बताने पर तीन हजार का चिकित्सकीय सामान खरीदा था जिसमें से एक भी ऑपरेशन में इस्तेमाल नहीं किया गया है।
कुछ ही दिन पहले भी सामने आया था ऐसा मामला
हालांकि मेडिकल कालेज अस्पताल के आर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष डा.जेकब मैथ्यू ने कहा कि मरीज के इलाज में कोई गलती नहीं हुई है। उन्हें लगाया गया राॅड मानक के अनुरूप है। उल्लेखनीय है कि कुछ ही दिन पहले इस अस्पताल के एक डाॅक्टर को गलत ऑपरेशन करने पर निलंबित किया गया था। उसने एक चार साल की बच्ची की छठी उंगली का ऑपरेशन करने के बजाय उसकी जीभ का ऑपरेशन कर दिया था।