सैन फ्रांसिस्को, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। अमेरिकी सीनेटर एलिजाबेथ वॉरेन ने सोमवार को बीपर ऐप को बंद करने के एप्पल के कदम पर सवाल उठाया, जो एंड्रॉइड यूजर्स को आईमैसेज के माध्यम से आईफोन यूजर्स को संदेश भेजने की अनुमति देता था।
एंड्रॉइड के लिए एक आईमैसेज सॉल्यूशन बीपर मिनी यूजर्स के लिए ब्लॉक होने के बाद, एप्पल ने पिछले सप्ताह कहा था कि उन्होंने आईमैसेज तक एक्सेस प्राप्त करने के लिए फेक क्रेडेंशियल्स का फायदा उठाने वाली टेक्निक को ब्लॉक कर अपने यूजर्स की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं।
वॉरेन ने पूछा कि एप्पल एक कॉम्पिटिटर को प्रतिबंधित क्यों करेगा।
उन्होंने पोस्ट किया, ”ग्रीन बबल टेक्स्ट कम सुरक्षित होते हैं, तो फिर एप्पल एंड्रॉइड यूजर्स को आईमैसेज पर आईफोन यूजर्स के साथ चैट करने की अनुमति देने वाले एक नए ऐप को क्यों ब्लॉक करेगा?”
सीनेटर ने कहा, ”बिग टेक अधिकारी कॉम्पिटिटर्स को कुचलकर मुनाफा कमा रहे हैं। विभिन्न प्लेटफार्मों के बीच चैटिंग आसान और सुरक्षित होनी चाहिए।”
बीपर मिनी ऐप ने यूजर्स को सीधे अपने एंड्रॉइड डिवाइस से ब्लू-बबल आईमैसेज भेजने का एक तरीका दिया।
द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से ऐप में तकनीकी समस्याओं के कारण यूजर्स ब्लू बबल मैसेज भेजने और प्राप्त करने में असमर्थ थे।
बीपर की टीम अपने ऐप को चालू रखने में सक्षम बनाने के लिए काम कर रही है।
टीम ने रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ”बीपर मिनी की खराबी का कारण होने वाली समस्या को ठीक करने के लिए काम जारी है।
हम जानते हैं कि यह उन लोगों के लिए कितना कठिन रहा है जो बीपर मिनी का उपयोग करना पसंद करते हैं। असुविधा के लिए हमें बेहद खेद है। हम आशा करते हैं कि जल्द ही अच्छी खबर साझा की जाएगी।”
एप्पल ने एक बयान में कहा था कि हम अपने प्रोडक्ट्स और सर्विस को इंडस्ट्री-लीडिंग प्राइवेसी और सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी के साथ बनाते हैं जो यूजर्स को उनके डेटा पर कंट्रोल देने और पर्सनल इंफॉर्मेशन को सुरक्षित रखने के लिए डिजाइन की गई हैं।”
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, “हमने आईमैसेज तक पहुंच हासिल करने के लिए नकली क्रेडेंशियल्स का फायदा उठाने वाली तकनीकों को ब्लॉक कर यूजर्स की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं।”
इन टेक्निक ने यूजर सिक्योरिटी और प्राइवेसी के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा किए, जिनमें मेटा डेटा एक्सपोजर और अनवांटेड मैसेज, स्पैम और फिशिंग अटैक को सक्षम करने की क्षमता शामिल है।
एप्पल ने कहा, “हम अपने यूजर्स की सुरक्षा के लिए भविष्य में भी अपडेट करना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
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