पीएम मोदी के साथ ऐसे जानकार लोग हैं, जो देश को रसातल में ले जाकर बर्बाद कर रहे : अजय राय

पीएम मोदी के साथ ऐसे जानकार लोग हैं, जो देश को रसातल में ले जाकर बर्बाद कर रहे : अजय राय

लखनऊ, 11 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने बुधवार को मोदी सरकार पर देश की शिक्षा नीति और स्वास्थ्य नीति को खराब करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ के लोग देश को रसातल में ले जा रहे हैं।

भाजपा शासित मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बयान दिया है कि हमें “इतिहास गलत बताया गया है। कोलंबस ने अमेरिका की खोज नहीं बल्कि भारतीय नाविक ने की थी”।

उनके इस बयान पर तंज कसते हुए अजय राय ने कहा, “हो सकता है वह ज्यादा ज्ञानी हों। दुनियाभर में जितने भी वैज्ञानिक हैं, वे उनसे भी बड़े वैज्ञानिक हैं।”

कांग्रेस नेता ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के साथ ऐसे जानकार लोग हैं, देश को रसातल में ले जाकर बर्बाद कर रहे हैं। मोदी के साइंटिस्ट की वजह से हमारी शिक्षा नीति और स्वास्थ्य नीति खराब हो रही है। ऐसे लोगों को तत्काल, आगरा में एक बहुत बढ़िया स्थान है, वहां पर भेज देना चाहिए।”

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में 400 पार के नारे के साथ उतरी थी, लेकिन सिर्फ 240 पर ही सिमट गई। अगर, हम 20 सीट और जीते होते तो, ये लोग आज जेल में रहते, ये लोग जेल में ही रहने के काबिल हैं।

अजय राय ने पार्टी अध्यक्ष से सहमति जताते हुए कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिल्कुल सही कहा है। भाजपा की जो पूरी फौज है, उनका मकसद सिर्फ लोगों को तोड़ना और बांटना है।

चीन द्वारा भारतीय जमीन पर कब्जा करने वाले राहुल गांधी के बयान को सही बताते हुए अजय राय ने कहा, “राहुल गांधी ने बिल्कुल सही कहा है। चीन लगातार हमारी जमीन पर अतिक्रमण कर रहा है। लद्दाख के सामाजिक कार्यकर्ता इसको लेकर 1,000 किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं।”

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल ही में कहा था कि राज्य की योगी सरकार में जिसका एनकाउंटर हो रहा है, उसमें पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के लोग ज्यादा हैं। इसको लेकर अजय राय ने कहा, “सरकार अपने विरोधियों को मारकर खत्म करना चाहती है। भाजपा के खिलाफ जो भी बोलेगा, वे उसे मारते हैं। इसमें हर वर्ग और हर जाति के लोग शामिल हैं।”

–आईएएनएस

एससीएच/एकेजे

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