नई दिल्ली, 4 नवंबर (आईएएनएस)। न्यूजीलैंड के खिलाफ एकतरफा हार झेलने के बाद टीम इंडिया अब ऑस्ट्रेलियाई दौरे की तैयारी में जुट गई है। इस बीच, हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले डेविड वॉर्नर ने कहा है कि अगर वह आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम में बल्लेबाज होते तो काफी नर्वस होते।
भारत की आगामी पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला 22 नवंबर से पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होगी।
वॉर्नर ने फॉक्स स्पोर्ट्स से कहा, “न्यूजीलैंड का यह प्रदर्शन बिल्कुल उल्लेखनीय था। टॉम लैथम और उनकी टीम को बधाई। मैं उनके पहले टेस्ट को याद करता हूं, जिसमें उन्होंने कुछ अद्भुत कैच पकड़े थे और इससे सीरीज में उनके हावी होने का माहौल तैयार हो गया था।
“अगर आप इस तरह के कैच पकड़ रहे हैं और आप बढ़त हासिल कर रहे हैं, तो यह बड़ी बात है। मुझे पता है कि वहां जीतना कितना मुश्किल है। उन्होंने अभी जो किया है वह बिल्कुल शानदार है और इसका श्रेय उन्हें दिया जाना चाहिए।”
वॉर्नर ने कहा कि इससे ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए चीजें आसान होंगी। वे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के खिलाफ घरेलू मैदान पर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने आ रहे हैं, और इसके ठीक पहले उन्हें घरेलू मैदान पर 3-0 से हार झेलनी पड़ी है। ऐसे में दिग्गज खिलाड़ियों से लैस ऑस्ट्रेलियाई टीम का सामना करना काफी चुनौतीपूर्ण होगा, वह भी जब उनका मनोबल पूरी तरह से टूट चुका है। ऑस्ट्रेलियाई टीम में इस समय सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज और दिग्गज स्पिनर हैं और यह चुनौती भारतीय बल्लेबाजी को बहुत परेशान करने वाली है।
उनका यह भी मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई शीर्ष क्रम को जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज का सामना करने का मजबूत तरीका ढूंढना होगा। साथ ही तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भी श्रृंखला में खेल सकते हैं। हालांकि, टखने की चोट से उबरने के कारण उन्हें शुरुआती टीम में शामिल नहीं किया गया है।
वॉर्नर ने कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की चौकड़ी को आगाह करते हुए कहा कि वे अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके हैं और वे ऑस्ट्रेलिया में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए बेताब होंगे।
–आईएएनएस
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