पटना, 5 जनवरी (आईएएनएस)। राजद के अध्यक्ष लालू यादव के मुख्यमंत्री नीतीश को फिर से साथ आने के ऑफर दिए जाने के बाद राजद और भाजपा के नेता आमने-सामने नजर आ रहे हैं। राजद के नेता सुधाकर सिंह ने इसे लेकर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के बयान पर भड़कते हुए कहा कि उनकी अक्षमता के कारण उन्हें भाजपा अध्यक्ष पद से हटा दिया गया।
सांसद सुधाकर सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद यादव हमारे राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और कुशलता पूर्वक लंबे समय तक एक दल को चला रहे हैं लेकिन, सम्राट चौधरी भाजपा के अध्यक्ष थे, फिर क्यों हटाए गए?
उन्होंने कहा, “भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद पर हटाए जाने का कारण मात्र उनकी अक्षमता थी। अगर अक्षम नहीं होते तो क्यों हटाया जाता? अब सवाल यह है कि दूसरे जो अभी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं, वह भी मंत्री रहते हुए प्रदेश अध्यक्ष हैं। अब सम्राट चौधरी जैसा अक्षम आदमी लालू यादव पर कोई कमेंट करे तो यह हास्यास्पद है।”
इधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ‘लालू यादव कितने भी सपने देखें, फिर भी वो मुंगेरीलाल के हसीन सपने ही रहेंगे, वे पूरे नहीं होंगे’ के विषय पर पूछने पर बक्सर राजद सांसद सुधाकर सिंह ने कहा कि भाजपा के ये लीडर लालू प्रसाद यादव की तुलना में कहीं नहीं हैं। जितने दिन से ये लोग राजनीति में हैं, उतनी उनकी उम्र है। लालू यादव ने सैकड़ों एमएलए, एमपी, मुख्यमंत्री बनाए, प्रधानमंत्री बनाए, अब ये लोग हवा में ही ऐसे बयान देते रहते हैं।
इधर, राजद की सांसद मीसा भारती ने कहा कि एनडीए के लोग नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात करते हैं, क्योंकि उनका चेहरा दिखा कर वोट लेना है। लालू यादव को नीतीश कुमार को ऑफर देने के संबंध में उन्होंने कहा कि लालू यादव और नीतीश कुमार आपस में क्या बात करते हैं, वो सिर्फ वही दोनों जानते हैं।
सम्राट चौधरी के बयान कि ‘लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को स्थापित करना चाहते हैं’, पर मीसा भारती ने कहा कि तेजस्वी को नीतीश कुमार ने दो बार स्थापित कर दिया है। लेकिन, सम्राट चौधरी को तो उनके पिता नहीं बल्कि लालू यादव ने स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी को शीर्ष नेतृत्व से पूछना चाहिए।
इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने राजद अध्यक्ष लालू यादव के बयान पर कहा कि नीतीश कुमार अब कहीं जाने वाले नहीं हैं। वह एनडीए के साथ हैं। हम सब एकजुट हैं और नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम लोग चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे, इसमें कोई शक नहीं है। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि लालू यादव पहले अपनी गलती के लिए माफी मांगें। नीतीश कुमार के बारे में ऐसा बोलने से कोई फायदा नहीं होने वाला है।
इससे पहले राजद के अध्यक्ष लालू यादव ने अपने एक साक्षात्कार में कहा कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजे खुले हुए हैं। वह कहते हैं कि नीतीश कुमार को हम माफ कर देंगे। उनके साथ मिलकर एक बार फिर से काम करेंगे। लालू यादव के इस बयान को लेकर प्रदेश की सियासत में चर्चा का बाजार गर्म है।
–आईएएनएस
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