रूस ने जर्मनी से नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन विस्फोटों की जांच करने को कहा

रूस ने जर्मनी से नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन विस्फोटों की जांच करने को कहा

मास्को, 19 अगस्त (आईएएनएस)। रूसी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि रूस ने आधिकारिक तौर पर जर्मनी से नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन में तोड़फोड़ की जांच करने का अनुरोध किया है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, रूसी विदेश मंत्रालय के तीसरे यूरोपीय विभाग के निदेशक ओलेग टायपकिन ने रूसी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि रूस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जर्मनी द्वारा अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करने के लिए वार्ता पर जोर दे रहा है।

जर्मन जांच की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए टायपकिन ने कहा कि जर्मन अधिकारियों ने हाल ही में एक संदिग्ध अपराधी यूक्रेनी नागरिक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

उन्होंने कहा कि जर्मन मीडिया यह कहानी प्रचारित कर रहा है कि इन लोगों ने स्वतंत्र रूप से कार्य किया तथा इनका किसी देश से कोई संबंध नहीं था, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि इससे तोड़फोड़ के पीछे के असली मास्टरमाइंड की पहचान किए बिना ही जांच बंद हो सकती है।

टायपकिन ने कहा, “रूस इस स्थिति को स्वीकार नहीं करेगा।”

उन्होंने आगे कहा कि मास्को ने जर्मनी और अन्य प्रभावित देशों के समक्ष औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज कराई है तथा उनसे संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद विरोधी सम्मेलनों के तहत अपने दायित्वों को पूरा करने का आग्रह किया है।

उन्होंने कहा, “हम मौजूदा अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार बातचीत की मांग कर रहे हैं। हमारी भविष्य की कार्रवाई पश्चिम की प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगी।”

जर्मन मीडिया ने हाल ही में बताया कि जर्मन अभियोजन पक्ष ने पाइपलाइन विस्फोटों के सिलसिले में यूक्रेनी नागरिक के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इस संदिग्ध की पहचान कीव के गोताखोर व्लादिमीर ज़ुरावलेव के रूप में की गई, जिसे कथित तौर पर एक यूक्रेनी जोड़े ने सहायता प्रदान की थी।

सितंबर 2022 में स्वीडन और डेनमार्क के जलक्षेत्र में नॉर्ड स्ट्रीम 1 और नॉर्ड स्ट्रीम 2 प्राकृतिक गैस पाइपलाइनों में विस्फोट हुआ था। रूस इस पाइपलाइन से जर्मनी और अन्य यूरोपीय देशों तक प्राकृतिक गैस पहुंचाता था।

रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण नॉर्ड स्ट्रीम 2 को दोबारा चालू नहीं किया जा सका और जर्मनी ने रूसी प्राकृतिक गैस के आयात को रोक दिया, जिससे घरेलू ऊर्जा की कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई।

रूसी अभियोक्ता जनरल के कार्यालय ने इस घटना की जांच अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के कृत्य के रूप में शुरू कर दी है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव के अनुसार, रूस ने बार-बार विस्फोटों के बारे में जानकारी मांगी है, लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला है।

–आईएएनएस

एकेएस/एसकेपी

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