राजीव गांधी ने अपनी संपत्ति बचाने' के लिए विरासत कानून को किया खत्म : पीएम मोदी

राजीव गांधी ने अपनी संपत्ति बचाने' के लिए विरासत कानून को किया खत्म : पीएम मोदी

नई दिल्ली, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। ‘विरासत कर’ मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपनी मां इंदिरा गांधी के निधन के बाद अंपनी संपत्ति बचाने के लिए विरासत कानून को खत्म किया था।

गुरुवार को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि वह देश के साथ एक “दिलचस्प तथ्य” साझा करना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,”जब श्रीमती इंदिरा गांधी का निधन हुआ, तो उनकी संपत्ति उनके बच्चों को मिलनी थी। अगर पिछला कानून होता तो सरकार इसका एक हिस्सा ले लेती। उस समय संपत्ति को बचाने के लिए उनके बेटे और तत्कालीन प्रधानमंत्री (राजीव गांधी) ने विरासत कानून को खत्म कर दिया। जब उनके हित की बात आई, तो उन्होंने कानून को हटा दिया।”

उन्होंने कहा,”आज एक बार फिर सत्ता के लालच में आकर ये लोग उसी कानून को दोबारा लागू करना चाहते हैं। पीढ़ियों तक बिना टैक्स के असीमित संपत्ति जमा करने के बाद, अब वे आपकी विरासत पर टैक्स लगाना चाहते हैं। इसलिए देश कह रहा है ‘ कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी।”

पीएम मोदी ने यूपी के आगरा और आंवला में भी रैलियों को संबोधित करते हुए इसेे दोहराया कि कांग्रेस विरासत कर लागू कर एक “खतरनाक मिसाल” स्थापित करेगी।

उन्होंने कहा,”कांग्रेस-सपा और इंडिया गठबंधन ने आपकी विरासत पर 55 प्रतिशत कर लगाने की योजना बनाई है। इसका मतलब है कि आप अपने बच्चों के लिए, जो कुछ भी छोड़ेंगे, उसका एक बड़ा हिस्सा सरकार ले लेगी। यदि आप चार कमरों का घर बनाते हैं, तो केवल दो कमरे ही आपके बच्चों के पास रहेंगे, बाकी सब कांग्रेस-सपा हड़प लेगी।”

उन्होंने कहा, “इसी तरह, यदि आपके पास 10 बीघे जमीन है, तो केवल पांच बीघे ही आपके बच्चों को विरासत में मिलेंगे, बाकी कांग्रेस-सपा जब्त कर लेगी। क्या आप अपनी संपत्ति उन्हें सौंपने के लिए तैयार हैं।”

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर ‘गहरी साजिश’ रचने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, “कांग्रेस के एक नेता देश भर में लोगों की संपत्ति का एक्स-रे कराने की बात कर रहे हैं। आप जो भी कमाते हैं, हमारी माताओं और बहनों के पास जो मंगलसूत्र, सोना और चांदी है, कांग्रेस उसे जब्त करना चाहती है और अपने समर्थकों में बांटना चाहती है। आपके इस दुनिया से चले जाने के बाद बची हुई संपत्ति भी आपके बेटे-बेटियों के पास नहीं जाएगी। कांग्रेस आपकी आधी से ज्यादा कमाई छीनना चाहती है, इसके लिए कांग्रेस आप पर विरासत कर लगाना चाहती है।”

गौरतलब है कि बुधवार को पहले राजीव गांधी के साथ काम कर चुके हैं और अब राहुल गांधी के करीबी इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने अमेरिका में विरासत कर पर टिप्पणी कर तूफान खड़ा कर दिया।

इस बात पर जोर देते हुए कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1985 में विरासत कर को समाप्त कर दिया था, वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी के 2024 के घोषणापत्र में इसका “कोई उल्लेख नहीं” है।

रमेश ने बुधवार को कहा,” मैं एक बात स्पष्ट करना चाहता हूं। हमारे घोषणापत्र में विरासत कर का कोई उल्लेख नहीं है, यह हमारा एजेंडा नहीं है। सच्चाई यह है कि 1985 में, प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विरासत कर को समाप्त कर दिया था।

कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल करते हुए पित्रोदा के बयान से खुद को अलग कर लिया।

–आईएएनएस

सीबीटी/

E-Magazine