महाकुंभ संपन्न होने के बाद प्रयागराज पहुंचे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, कर्मचारियों का जताया आभार


प्रयागराज, 27 फरवरी (आईएएनएस)। संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी को महाशिवरात्रि स्नान के साथ संपन्न हो गया है। महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया, जो एक बड़ी उपलब्धि है। इस बीच, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव गुरुवार सुबह प्रयागराज जंक्शन पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी।

महाकुंभ के दौरान रेलवे ने देशभर से कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया। इस दौरान रेलवे की ओर से प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिसके चलते करोड़ों श्रद्धालु अपने गंतव्य स्थान पर सुरक्षित पहुंच पाए।

रेलवे की इस उपलब्धि के मद्देनजर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज रेलवे स्टेशन का दौरा कर यहां तैनात लोगों से मुलाकात की और महाकुंभ के दौरान किए गए कामों के लिए उनकी सराहना भी की।

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महाकुंभ के दौरान रेलवे प्रशासन, सीआरपी और जीआरपी ने सभी विभागों में अच्छा काम किया है। मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने एकजुट होकर मेहनत की। ये महाकुंभ हमारी आस्था और एकता का प्रतीक है। मैं पीएम मोदी का आभार जताता हूं, जिनके नेतृत्व में इतना बड़ा धार्मिक आयोजन संपन्न हुआ।

उन्होंने कहा, “दुनियाभर से लोग यहां आए और उन्होंने महाकुंभ में स्नान किया। रेलवे की तरफ से 13 हजार ट्रेनें चलाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन 16 हजार से अधिक ट्रेनों का संचालन किया गया। रेलवे ने करीब साढ़े 4 से 5 करोड़ श्रद्धालुओं को लाने और ले जाने का काम किया।”

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ-2025 का बुधवार को अंतिम मुख्य स्नान था। 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक महाकुंभ में देश-विदेश से लेकर राजनीति, खेल, बॉलीवुड जगत की तमाम हस्तियों ने पवित्र त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई।

महाकुंभ के अंतिम दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए जानकारी दी कि प्रयागराज महाकुंभ में कितने श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई।

सीएम योगी ने बताया कि 45 दिनों तक चले प्रयागराज महाकुंभ में 66 करोड़ 21 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त किया। विश्व इतिहास में यह अभूतपूर्व है, अविस्मरणीय है।

बता दें कि महाकुंभ के दौरान रेलवे ने श्रद्धालुओं के लिए 14 हजार से ज्यादा ट्रेनों का संचालन किया।

रेलवे की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए 16 हजार से अधिक ट्रेनों का संचालन किया गया। इसमें 92 फीसदी ट्रेन मेल, एक्सप्रेस, सुपर-फास्ट, पैसेंजर और मेमू श्रेणी की रही हैं। जबकि 472 राजधानी और 282 वंदे भारत ट्रेन संचालित हुईं।

–आईएएनएस

एफएम/केआर


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