प्रवासी भारतीय दिवस : लंदन से आए भारतीयों ने पीएम मोदी के दृष्टिकोण को सराहा

प्रवासी भारतीय दिवस : लंदन से आए भारतीयों ने पीएम मोदी के दृष्टिकोण को सराहा

भुवनेश्वर, 10 जनवरी (आईएएनएस)। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित दो दिवसीय ‘प्रवासी भारतीय सम्मेलन’ में लंदन से आए पेमेट्रिक्स के सीईओ नीलाद्री दास और लंदन बिजनेस स्कूल के छात्र देवी दास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन की तारीफ की।

नीलाद्री दास ने कहा, “मैंने कोलकाता में कुछ लोगों को नौकरी पर रखा है और कुछ दिन पहले भुवनेश्वर आया था। यहां की व्यवस्थाओं को देखकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। एक बात जो मुझे जरूर कहनी है, वह यह है कि हमें हमेशा अपनी जड़ों से जुड़ा रहना चाहिए। यह हमें हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीखना चाहिए। उनका नेतृत्व और दृष्टिकोण अद्वितीय है, और उन्होंने भारत को एक नई दिशा दी है। मैं पूरी तरह से सकारात्मक हूं कि वही बदलाव ओडिशा में भी होगा।”

दास ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “20-25 साल पहले दुन‍िया में बहुत कम लोग भारतीयों को पहचानते थे। लेकिन, अब भारतीयों का सम्मान दुनिया भर में बढ़ चुका है। मुझे पूरा विश्वास है कि ओडिशा को भी वह पहचान मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि प्रभु जगन्नाथ का आशीर्वाद उनके साथ है, और उनकी यह दृष्टि ओडिशा को एक नई ऊंचाई तक ले जाएगी।”

देवी दास इस समय लंदन बिजनेस स्कूल में नेतृत्व और रणनीति में मास्टर्स कर रहे हैं। उन्होंने ने कहा, “हम पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के लिए एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण देख सकते हैं और ओडिशा के लिए भी उनका दृष्टिकोण स्पष्ट है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रवासी समुदाय को ओडिशा में लाकर उसे वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में पहला कदम उठाया है। यह ओडिशा के विकास की शुरुआत है और मैं पूरा विश्वास करता हूं कि आने वाले वर्षों में ओडिशा एक नया रूप लेगा।”

उन्होंने कहा, “हमने कई नेताओं से बात की है, जो ओडिशा में निवेश करने के लिए तैयार हैं। इस बदलाव का कोई प्रचार नहीं है, बल्कि यह एक वास्तविक परिवर्तन यात्रा की शुरुआत है। मुझे पूरा यकीन है कि 2036 तक ओडिशा को भारतीय अर्थव्यवस्था में अपने योगदान के लिए पहचाना जाएगा। यह सम्मेलन ओडिशा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, जो राज्य के विकास की दिशा में एक नई शुरुआत को दर्शाता है।”

–आईएएनएस

पीएसएम/सीबीटी

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