पेरिस पैरालंपिक में 25 से अधिक पदक जीतने का लक्ष्य : पीसीआई अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया

पेरिस पैरालंपिक में 25 से अधिक पदक जीतने का लक्ष्य : पीसीआई अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया

नई दिल्ली, 13 अगस्त (आईएएनएस)। टोक्यो पैरालंपिक में 19 पदक और एशियाई पैरा खेलों में ऐतिहासिक 111 पदक जीतने के साथ, भारतीय टीम पेरिस पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन के लिए तैयार है। भारत 12 खेलों में 84 एथलीटों का सबसे बड़ा दल भेज रहा है, जिनमें तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, कैनोइंग, साइकिलिंग, ब्लाइंड जूडो, पावर लिफ्टिंग, रोइंग, शूटिंग, तैराकी, टेबल टेनिस और ताइक्वांडो शामिल हैं।

भारतीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया ने टीम की क्षमता पर विश्वास जताते हुए कहा, “यह पैरालंपिक में भारत का सबसे बड़ा पैरालंपिक दल है। हमें टीम के प्रदर्शन पर पूरा भरोसा है और हम 25 से अधिक पदक जीतने की उम्मीद कर रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारे अधिकांश एथलीट शानदार स्थिति में हैं और उन्होंने इस इवेंट के लिए कड़ी मेहनत की है। हमें विशेष रूप से एथलेटिक्स, बैडमिंटन, तीरंदाजी और शूटिंग में शानदार परिणाम की उम्मीद है। ये खिलाड़ी भारत को गर्व महसूस कराने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”

“टीम में अनुभवी और नए एथलीटों का मिश्रण है, जिनमें से कई अपने दूसरे या तीसरे पैरालंपिक में भाग ले रहे हैं। वैश्विक प्रतियोगिताओं में उनके अनुभव और लगातार शानदार प्रदर्शन उन्हें मजबूत दावेदार बनाते हैं। इनमें अमित कुमार सरोहा, जो चौथी बार पैरालंपिक्स में भाग ले रहे हैं, एफ 51 वर्ग में डिस्कस थ्रो में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। एशियाई पैरा खेलों के पदक विजेता और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित अमित इस दल के सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं। दूसरी ओर, सबसे युवा एथलीट शीतल देवी हैं, जिन्होंने हाल ही में 2023 एशियाई पैरा खेलों में व्यक्तिगत कंपाउंड और मिक्स्ड टीम तीरंदाजी में स्वर्ण पदक जीतकर सुर्खियां बटोरीं।”

भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) देश में पैरा खेल को बढ़ावा देने और विकास के लिए समर्पित सर्वोच्च शासी निकाय है। पीसीआई अंतर्राष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (आईपीसी) से संबद्ध है और भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) द्वारा राष्ट्रीय खेल महासंघ के रूप में मान्यता प्राप्त है। हमारा मिशन देश भर में एथलीटों की पहचान करना, उन्हें प्रशिक्षण देना और उनका समर्थन करना है, एक गतिशील पैरालंपिक आंदोलन का पोषण करना और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में मजबूत प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना है।

–आईएएनएस

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