लोकतंत्र पर कुठाराघात कर राष्ट्र की गरिमा धूमिल कर रहा विपक्ष : सुधांशु त्रिवेदी

लोकतंत्र पर कुठाराघात कर राष्ट्र की गरिमा धूमिल कर रहा विपक्ष : सुधांशु त्रिवेदी

नई दिल्ली, 3 जून (आईएएनएस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्षी दलों पर लोकतंत्र को लांछित करने, लोकतंत्र पर कुठाराघात करने और राष्ट्र की गरिमा को धूमिल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष का यह रवैया कतई अस्वीकार्य है।

भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि चुनाव होते रहते हैं, सरकारें आती-जाती रहती हैं। लेकिन, देश और लोकतंत्र की मर्यादा और लोकतंत्र की लोकलाज, लोकतंत्र की प्रतिष्ठा पर कतई सवाल नहीं उठने चाहिए। पहले विपक्षी दलों ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपशब्दों का प्रयोग किया। वे अपने नेता (पीएम मोदी), अपनी पार्टी (भाजपा) और सरकार के प्रति बोले गए अपशब्दों को तो स्वीकार कर सकते हैं। लेकिन, लोकतंत्र पर कुठाराघात और राष्ट्र की गरिमा को धूमिल करने का प्रयास उनके लिए कतई अस्वीकार्य है।

भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा का एक ही मूलमंत्र ‘विकास और विकास के आधार पर विश्वास’ रहा। जबकि, विपक्षी दलों का एक ही मूलमंत्र ‘भ्रम और भ्रम के आधार पर भय’ रहा। विपक्ष का सिर्फ एक ही नारा हो गया है- लोकतंत्र नहीं सुहाता है, इसलिए केवल बवाल मचाना आता है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक नए युग का भारत बनने जा रहा है। इस 21वीं सदी में, स्पष्ट बहुमत के साथ, लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी देश के पीएम बनने जा रहे हैं। अगले 100 दिनों का प्लान तैयार है, 25 वर्षों के ‘अमृत काल का एजेंडा’ है, जो एक हजार साल के भारत का आधार बनाएगा।

ईवीएम और चुनावी प्रक्रिया को लेकर विपक्षी दलों के सवालों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने युक्तिसंगत और तर्कसम्मत उत्तर दिया है। लेकिन, चुनाव की हार की निश्चितता ने विपक्ष को हताश कर दिया है, इसलिए इस प्रकार के आरोप लगा रहे हैं कि 150 डीएम को फोन किया गया। जबकि, चुनाव आयोग के मांगने के बाद वे सबूत तक नहीं दे पा रहे हैं। कांग्रेस ये बताए कि क्या पिछले वर्ष तेलंगाना और कर्नाटक में चुनाव आयोग ने सही काम किया था, जहां वे चुनाव जीते थे और केवल राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में गलत काम किया था। जहां वे चुनाव जीतते हैं, वहां आयोग सही काम करता है और जहां हारते हैं, वहां चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हैं। विपक्ष ये किस प्रकार के भ्रम फैलाने वाली निम्न स्तरीय बातें कर रहा है। चुनाव में जीत-हार होती रहती है। लेकिन, लोकतंत्र पर आक्षेप मत कीजिए और पूरे देश को ‘पप्पू’ समझने का प्रयास मत कीजिए।

त्रिवेदी ने कहा कि विपक्ष की हालत ये हो गई है, जैसे पुराने जमाने में बिगड़े दिल शहजादे होते थे कि वे गलत नहीं हो सकते, बाकी सब गलत हैं। विपक्ष ईमानदारी से चुनाव परिणाम की प्रतीक्षा करे और वे भी प्रतीक्षा कर रहे हैं। 20 घंटे बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। कांग्रेस नेता हार का ठीकरा अपने अध्यक्ष खड़गे के सिर फोड़ते नजर आएंगे।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए चुनाव में हार कोई नई बात नहीं है। तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, गुजरात, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे कई राज्य हैं, जहां कांग्रेस एक बार हारी तो आज तक दोबारा इन राज्यों में जीत नहीं पाई। उन्होंने देश में पैदा किए जा रहे माहौल और विदेशी हाथ को लेकर भी कांग्रेस से कई सवाल पूछे और कांग्रेस को परिपक्व विपक्ष की भूमिका निभाने की भी सलाह दी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने उम्मीद जताई कि चुनाव आयोग कड़ी निगरानी में पश्चिम बंगाल में मतगणना कराएगी ताकि टीएमसी के नेता उसमें व्यवधान ना डाल सकें।

–आईएएनएस

एसटीपी/एबीएम

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