काठमांडू, 17 अगस्त (आईएएनएस)। नेपाल की विदेश मंत्री आरज़ू राणा देउबा रविवार से चार दिन के भारत दौरे पर जा रही हैं। वह भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के निमंत्रण पर वहां जाएंगी।
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा, “नेपाल और भारत के बीच उच्च-स्तरीय यात्राओं के नियमित आदान-प्रदान के हिस्से के रूप में यह यात्रा सदियों पुराने, गहरे और बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी।”
मंत्रालय ने बताया कि देउबा नेपाल-भारत संबंधों को और मजबूत करने, तथा सहयोग बढ़ाने के लिए पारस्परिक हित के मामलों पर विदेश मंत्री जयशंकर के साथ चर्चा करेंगी।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, “नेपाल भारत की पड़ोसी प्रथम नीति में प्राथमिकता वाला भागीदार है। आगामी यात्रा दोनों पक्षों को द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति पर चर्चा और समीक्षा करने का अवसर प्रदान करेगी और हमारे संबंधों को और आगे बढ़ाने में मदद करेगी।”
भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस सप्ताह की शुरुआत में नेपाल की विदेश सचिव सेवा लमसल के निमंत्रण पर काठमांडू की दो दिवसीय यात्रा की थी।
अपनी 11-12 अगस्त की यात्रा के दौरान मिस्री ने सेवा लमसल के साथ भविष्य में सहयोग के अवसरों पर चर्चा करने के अलावा विभिन्न द्विपक्षीय पहलों और विकासात्मक परियोजनाओं में हुई प्रगति की समीक्षा की थी।
विक्रम मिस्री ने नेपाल के राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल और प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न पहलुओं में हो रही प्रगति के बारे में जानकारी साझा की गई।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने 12 अगस्त को कहा, “विभिन्न वार्ताओं के दौरान, दोनों पक्षों ने भारत और नेपाल के बीच घनिष्ठ तथा मैत्रीपूर्ण संबंधों की पुष्टि की जो ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, सभ्यतागत और आम लोगों के बीच संबंधों में गहराई से निहित हैं। दोनों पक्षों ने हाल के वर्षों में पर्याप्त प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। द्विपक्षीय सहयोग, विशेष रूप से कनेक्टिविटी के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा की गई। इनमें डिजिटल, ऊर्जा, सड़कों, पुलों, एकीकृत चेक पोस्ट, सीमा पार रेलवे से संबंधित बुनियादी परियोजनाओं के स्थिर कार्यान्वयन, पेट्रोलियम पाइपलाइन शामिल थे।”
दोनों पक्षों ने बिजली क्षेत्र में पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारी में हुई प्रगति की भी सराहना की जिसमें हाल के वर्षों में पर्याप्त प्रगति देखी गई है।
भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति के तहत नेपाल प्राथमिकता वाला भागीदार बना हुआ है।
–आईएएनएस
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