चंद्रमा का अध्ययन करने के लिए तैयार नासा

चंद्रमा का अध्ययन करने के लिए तैयार नासा

वाशिंगटन, 24 फरवरी (आईएएनएस)। अंतरिक्ष एजेंसी नासा इस बात से उत्साहित है कि उसके विज्ञान उपकरण और प्रौद्योगिकी प्रदर्शन चंद्रमा की सतह पर ठीक से काम कर रहे हैं।

इंट्यूएटिव मशीन्स का नोवा-सी लैंडर, जिसे ओडीसियस कहा जाता है, स्वस्थ है, सौर ऊर्जा एकत्र कर रहा है और डेटा को अमेरिका के ह्यूस्टन में कंपनी के मिशन नियंत्रण में वापस भेज रहा है।

छह नासा विज्ञान अनुसंधान और प्रौद्योगिकी प्रदर्शनों को लेकर, ओडीसियस का सतही संचालन चल रहा है और 29 फरवरी तक चलने की उम्मीद है।

अब जब वे चंद्र सतह पर हैं, तो नासा के उपकरण चंद्र सतह की बातचीत और रेडियो खगोल विज्ञान की जांच पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

लूनर नोड 1 नेविगेशन डिमॉन्स्ट्रेटर एक छोटा, क्यूबसैट आकार का प्रयोग है जो नेविगेशन का प्रदर्शन करेगा, जिसका उपयोग भविष्य के लैंडर्स, सतह के बुनियादी ढांचे और अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा किया जा सकता है, जो अन्य अंतरिक्ष यान, ग्राउंड स्टेशनों के सापेक्ष चंद्रमा पर उनकी स्थिति की डिजिटल पुष्टि करता है।

‘लेजर रेट्रोरिफ्लेक्टर ऐरे’ आठ रेट्रोरिफ्लेक्टरों का एक संग्रह है, जो सटीक लेजर रेंजिंग को सक्षम बनाता है, जो परिक्रमा करने वाले या उतरने वाले अंतरिक्ष यान से लैंडर पर रिफ्लेक्टर के बीच की दूरी का माप है। सरणी एक निष्क्रिय ऑप्टिकल उपकरण है और आने वाले दशकों तक चंद्रमा पर एक स्थायी स्थान मार्कर के रूप में कार्य करेगा।

‘रेडियो फ़्रीक्वेंसी मास गेज’ एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन है जो कम गुरुत्वाकर्षण वाले अंतरिक्ष वातावरण में अंतरिक्ष यान टैंकों में प्रणोदक की मात्रा को मापता है।

नासा ने कहा कि सेंसर तकनीक का उपयोग करते हुए, गेज नोवा-सी के ईंधन और ऑक्सीडाइज़र टैंक में क्रायोजेनिक प्रणोदक की मात्रा को मापेगा, जो डेटा प्रदान करेगा, जो भविष्य के मिशनों पर ईंधन के उपयोग की भविष्यवाणी करने में मदद कर सकता है।

‘रेडियो-वेव ऑब्जर्वेशन एट द लूनर सरफेस ऑफ द फोटोइलेक्ट्रॉन शीथ’ उपकरण रेडियो फ्रीक्वेंसी में चंद्रमा की सतह के वातावरण का निरीक्षण करेगा, ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि सतह के पास प्राकृतिक और मानव-जनित गतिविधि कैसे परस्पर क्रिया करती है।

नासा का एक अन्य उपकरण, ‘लूनर प्लम-सरफेस स्टडीज के लिए स्टीरियो कैमरा’ चार छोटे कैमरों का एक सूट है जो इमेजरी कैप्चर करता है जो दर्शाता है कि चंद्रमा की सतह पर उतरने के दौरान और बाद में अंतरिक्ष यान के इंजन प्लम के साथ बातचीत से कैसे बदलती है।

नासा के आर्टेमिस अभियान के हिस्से के रूप में, लूनर डिलीवरी उस क्षेत्र में है, जहां नासा इस दशक के अंत में पानी और अन्य खनिजों की खोज के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने वाला है।

–आईएएनएस

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