महाकुंभ 2025 : अभी तक 7.72 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

महाकुंभ 2025 : अभी तक 7.72 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

महाकुंभ नगर, 18 जनवरी (आईएएनएस)। प्रयागराज में संगम तट पर सनातन संस्कृति का महापर्व महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। दिव्य और भव्य महाकुंभ को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है। देश-दुनिया के श्रद्धालु पवित्र मां गंगा में डुबकी लगाने आ रहे हैं।

शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, रात 8 बजे तक करीब 32 लाख श्रद्धालुओं ने महाकुंभ नगर की यात्रा की। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने भी सोशल मीडिया पोस्ट करके जानकारी दी।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार, शनिवार को रात 8 बजे तक 42 लाख से ज्यादा लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। वहीं, लगभग 32 लाख तीर्थ यात्रियों ने महाकुंभ नगर की यात्रा की। इसके अलावा 10 लाख से ज्यादा कल्पवासी भी हैं। बताया गया कि अभी तक 7.72 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में स्नान किया है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए एक पोस्ट में लिखा, ”सर्वसिद्धिप्रद: कुंभ:, सनातन धर्म के गौरव ‘महाकुंभ-2025, प्रयागराज’ में आज 42 लाख से अधिक एवं अब तक 7.72 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र संगम में पावन स्नान कर पुण्य के भागी बने हैं।”

सोशल मीडिया पोस्ट में आगे लिखा गया, ”आज पुण्य लाभ अर्जित करने वाले सभी पूज्य साधु-संतों, 10 लाख से अधिक कल्पवासियों एवं 32 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का अभिनंदन।”

खास बात यह रही कि शनिवार को महाकुंभ के महासम्मेलन में भाग लेने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी पहुंचे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ सांसद सुधांशु त्रिवेदी भी मौजूद रहे।

प्रयागराज पहुंचकर रक्षा मंत्री ने सबसे पहले गंगा, यमुना, सरस्वती के पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान कर, ‘सनातन की जय’, ‘गंगा मैया की जय’ का उद्घोष किया। उन्होंने संगम तट से अक्षयवट, पातालपुरी और बड़े हनुमान जी का दर्शन कर, महाकुंभ की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं कि आज प्रयागराज, संगम में मैंने स्नान किया। यह भारतीयता का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महापर्व है। किसी पंथ, समुदाय या धर्म के साथ इसे जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। किसी को यदि भारत और भारतीयता को समझना है तो आकर महाकुंभ को देखिए।”

–आईएएनएस

एबीएम/सीबीटी

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