बेंगलुरु, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक में कॉन्ट्रैक्टर की सुसाइड मामले में कर्नाटक सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रियांक खड़गे का नाम आने पर भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद लहर सिंह सिरोया ने बुधवार को आईएएनएस से बात की।
भाजपा सांसद ने कहा, “देश की राजनीति का दुर्भाग्य है की सबसे बड़े लोकतंत्र के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता और उनका परिवार गंभीर भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हैं। अपने परिवार के भ्रष्टाचार के आरोपों को छुपाने और उन पर पर्दा डालने के लिए वे अनावश्यक मुद्दे उठाते रहते हैं। यहां तक कि आदरणीय पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी निधन के पर भी ओछी और लड़कपन की राजनीति करके पूरी तरह से माहौल को दूषित किया है। इसे पूरा देश देख रहा है।”
उन्होंने कहा कि हम सभी इस बात को लेकर के व्यथित है कि अभी कांग्रेस पार्टी में कुछ नहीं हो सकता। क्योंकि जिन नेताओं ने उनके खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की उन सबको बाहर कर दिया। अभी किसी नेता में इतनी हिम्मत नहीं कि राहुल गांधी के खिलाफ कुछ बात कर सके। जिस तरह से उन्होंने संसद भवन में एक वृद्ध सांसद को धक्का दिया और सड़क छाप राजनीति कर रहे हैं, वह इस बात का भी ख्याल नहीं करते कि वह एक गरिमापूर्ण पद पर बैठे हैं।
कर्नाटक में कॉन्ट्रैक्टर की सुसाइड मामले को लेकर उन्होंने कहा, “कर्नाटक में आत्महत्या होने के बाद में सरकार जागती है, जैसे चंद्रशेखर, जिसने वाल्मीकी वाले केस में आत्महत्या की। उससे पहले संतोष पटेल ने आत्महत्या की। उसके बाद में बेलगाम के तहसीलदार कार्यालय में एक व्यक्ति ने आत्महत्या की और अब इस ठेकेदार ने की है। मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे पर गंभीर आरोप लगे हैं। उनके इर्द-गिर्द माफिया टाइप के लोग घूमते हैं।”
–आईएएनएस
एससीएच/एकेजे