नए रेल-सड़क पुल की मंजूरी मिलने पर काशीवासियों ने पीएम मोदी का जतायाा आभार

नए रेल-सड़क पुल की मंजूरी मिलने पर काशीवासियों ने पीएम मोदी का जतायाा आभार

वाराणसी, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र एवं धर्मनगरी काशी में बुधवार को मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना के निर्माण को मंजूरी मिल गई है। इस पर आईएएनएस से बात करते हुए स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर की है।

एक स्थानीय निवासी प्रमोद कुमार सिंह ने आईएएनएस से बात करते हुए केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से क्षेत्र का विकास होगा। जब हम लोग छोटे थे तब से पुराने पुल को उसी अवस्था में देखते हुए आ रहे हैं। जो निर्णय लिया है, अगर पुल बनना शुरू हो जाए तो पूरे काशीवासियों और पूर्वांचल के लोगों के लिए सौभाग्य की बात होगी। बनने के बाद यह बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी।

एक अन्य स्थानीय मोहन बदलानी ने आईएएनएस को बताया कि बहुत समय से लोग देख रहे हैं, जो राजघाट का पुल था, उसमें बड़ी गाड़ियों का आवागमन बंद हो गया, जिससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी। काशी और पूरे पूर्वांचल के लोगों की काफी बड़ी मांग थी, सुगम यातायात के लिए इस पुल की बहुत जरूरत थी।

एक अन्य स्थानीय ने अरविंद सिंह ने भी केंद्र सरकार के इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के कारण यह उपलब्धि हासिल हुई है। नया पुल बन जाने से काशी के विकास में तेजी आएगी और लोगों को जाम से छुटकारा मिलेगा।

काशी के एक अन्य निवासी राकेश बधावन ने इसको बहुत बड़ी सौगात बताई है। उन्होंने कहा कि पुराना पुल अंग्रेजों के जमाने का बना हुआ था और बहुत ही जर्जर स्थिति में था। नए पुल से बिहार और उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी बढ़ेगी और काशी का विकास होगा, शहर में आने में लोगों को सुविधा होगी। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी तमाम योजनाएं अभी आनी बाकी हैं, सबको उसका इंतजार करना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने बुधवार को वाराणसी-पंडित दीन दयाल उपाध्याय मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना के निर्माण को मंजूरी दी। इसमें गंगा नदी पर एक नया रेल-सह-सड़क पुल शामिल है, जो बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के साथ यात्रा को आसान बनाएगा।

इस योजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “काशीवासियों की सुख-सुविधा के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसी कड़ी में गंगा पर एक रेल-सड़क पुल को मंजूरी दी गई है। इससे तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और यहां के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलने के साथ ही रोजगार और कारोबार के नए-नए अवसर भी बनेंगे।”

–आईएएनएस

एससीएच/एकेजे

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