नई दिल्ली, 4 सितंबर (आईएएनएस)। हेलीकॉप्टर से लैस भारतीय अपतटीय गश्ती जहाज ‘सुजय’ दक्षिण कोरिया के इंचियोन पहुंचा है। भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) का यह जहाज पूर्वी एशिया में अपनी वर्तमान विदेशी तैनाती के हिस्से के रूप में, 04 सितंबर दक्षिण कोरिया पहुंचा।
‘सुजय’ यहां चार दिवसीय यात्रा पर रहेगा। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस दौरान, आईसीजी दल कोरिया तट रक्षक (केसीजी) के साथ पेशेवर बातचीत करेगें। इस बातचीत में समुद्री प्रदूषण से जुड़ी प्रतिक्रिया, समुद्री खोज और बचाव एवं समुद्री कानून के प्रवर्तन पर फोकस किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक कोरिया की इस यात्रा से संबंधित गतिविधियों में क्रॉस-डेक प्रशिक्षण, संयुक्त योग सत्र, मैत्रीपूर्ण खेल कार्यक्रम और केसीजी के साथ पैसेज अभ्यास भी शामिल हैं।
आईसीजी के गश्ती जहाज ‘सुजय’ पर सवार एनसीसी के कुल 10 कैडेट स्थानीय युवा संगठनों के साथ समुद्री प्रदूषण पर भी कार्य करेंगे। इसके तहत वे प्लास्टिक प्रदूषण के दुष्प्रभावों के बारे में समुदाय को जागरूक बनाने के लिए पर्यावरण संरक्षण वॉकथॉन में भाग लेंगे। यह कदम, भारत सरकार के ‘पुनीत सागर अभियान’ के अनुरूप और अंतर्राष्ट्रीय संपर्क बढ़ाने हेतु उठाए जा रहे हैं।
दक्षिण कोरिया के इंचियोन में तटरक्षक एजेंसी के प्रमुख की 20वीं बैठक भी आयोजित की गई है। इस दौरान आईसीजी के इस जहाज की बंदरगाह यात्रा हो रही है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह साझा वैश्विक कल्याण के लिए समकालीन समुद्री चुनौतियों के समाधान के प्रति साझी चिंताओं को रेखांकित करती है।
13 मार्च 2006 को, आईसीजी ने समुद्री सहयोग बढ़ाने और अपनी सहयोगी गतिविधियों को संस्थागत बनाने हेतु केसीजी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। इस यात्रा से पहले, आईसीजी जहाज सुजय इस क्षेत्र में राजनयिक समुद्री गतिविधियों की निर्बाध निरंतरता का प्रदर्शन करते हुए इंडोनेशिया के जकार्ता बंदरगाह पर पहुंचा था।
वहीं भारतीय नौसेना का युद्धपोत ‘आईएनएस तबर’ फ्रांस में है। आईएनएस तबर यहां ‘एक्सरसाइज वरुण’ में भाग ले रहा है। ‘एक्स वरुण’ में फ्रांसीसी नौसेना और भारतीय नौसेना के बीच नौसैनिक सहयोग अभ्यास शामिल हैं। बुधवार, 4 सितंबर को दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच अभ्यास का यह आखिरी दिन है।
–आईएएनएस
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