साहिबाबाद और दुहाई डिपो पर सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन, प्रति वर्ष 10 लाख यूनिट बिजली होगा उत्पन्न

साहिबाबाद और दुहाई डिपो पर सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन, प्रति वर्ष 10 लाख यूनिट बिजली होगा उत्पन्न

गाजियाबाद, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने शुक्रवार को साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन और दुहाई डिपो आरआरटीएस स्टेशन पर स्थापित अत्याधुनिक सोलर पावर प्लांट्स का उद्घाटन किया।

इस उद्घाटन के साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने सस्टेनेबिलिटी की दिशा में एक और सशक्त कदम उठाया है। 1620 उच्च दक्षता वाले सौर पैनलों से सुसज्जित साहिबाबाद स्टेशन पर स्थापित सोलर पावर प्लांट की कुल क्षमता 729 किलोवाट है। स्टेशन के ऑक्ज़िलरी लोड के लिए लगभग 7.3 लाख प्रति वर्ष की वार्षिक खपत के मुकाबले यह प्लांट प्रति वर्ष लगभग 10 लाख यूनिट बिजली उत्पन्न करेगा।

इस उद्घाटन के साथ साहिबाबाद स्टेशन एक ग्रीन स्टेशन होने के साथ ही कार्बन नेगेटिव होने की उपलब्धि भी प्राप्त कर लेगा। दूसरी ओर 320 सौर पैनलों से सुसज्जित दुहाई डिपो स्टेशन पर स्थापित सोलर पावर प्लांट की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी 108 किलोवाट है। इससे पहले इस साल जुलाई में, दुहाई स्थित आरआरटीएस डिपो में 585 केडब्ल्यूपी की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी के साथ एक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया था, जिसके साथ ही यह डिपो एक ग्रीन डिपो बन गया था।

इस पहल के साथ एनसीआरटीसी ने सस्टेनेबिलिटी की दिशा में एक बड़ी प्रगति हासिल कर ली है, क्योंकि यह तीनों सोलर पावर प्लांट से प्रति वर्ष कुल लगभग 1,600 टन कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) उत्सर्जन कम होने की उम्मीद है। उत्सर्जन में यह कमी पारंपरिक जीवाश्म ईंधन-आधारित बिजली स्रोतों के बजाय स्वच्छ और हरित सौर ऊर्जा का प्रयोग करके हासिल की गई है।

सौर ऊर्जा की ओर बढ़ाया गया कदम, ऑपरेशनल कॉस्ट को अनुकूलित करते हुए कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की एनसीआरटीसी की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। एनसीआरटीसी का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में स्टेशनों, डिपो और अन्य सुविधाओं में लगभग 11 मेगावाट की इन-हाउस सौर ऊर्जा उत्पन्न करके ट्रैक्शन और नॉन-ट्रैक्शन उद्देश्यों के लिए नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी को बढ़ाना है।

–आईएएनएस

पीकेटी/एबीएम

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