लाल गेंद वाले क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने से भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी: गंभीर

लाल गेंद वाले क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने से भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी: गंभीर

चेन्नई, 18 सितंबर (आईएएनएस)। भारत बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए तैयार है, ऐसे में सभी की निगाहें सिर्फ खिलाड़ियों पर ही नहीं बल्कि टीम के नए नेतृत्व पर भी हैं। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज और अब टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर गुरुवार को अपना पहला लाल गेंद वाला कार्यभार संभालेंगे, जब भारत एमए चिदंबरम स्टेडियम में अपना पहला टेस्ट मैच खेलेगा।

बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के पहले मैच से पहले, गंभीर ने अपने विजन, लाल गेंद वाले क्रिकेट के महत्व और वरिष्ठ तथा उभरते खिलाड़ियों की भूख के बारे में खुलकर बात की।

गंभीर ने जियो सिनेमा पर कहा, “भारतीय क्रिकेट भाग्यशाली है कि उसके पास अश्विन, विराट, रोहित, बुमराह, जडेजा और अन्य जैसे खिलाड़ी हैं जो अन्य प्रारूपों की तुलना में लाल गेंद वाले क्रिकेट को प्राथमिकता देते हैं। उनका मानना ​​है कि टेस्ट क्रिकेट सबसे महत्वपूर्ण प्रारूप है और वे यहीं पर अपनी विरासत छोड़ सकते हैं। युवा पीढ़ी में इस मानसिकता को विकसित करने की जरूरत है।”

उन्होंने कहा, “जबकि आईपीएल और टी20 क्रिकेट महत्वपूर्ण हैं, लाल गेंद वाले क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने से भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।” मुख्य कोच ने कोहली की लाल गेंद वाले क्रिकेट में वापसी के बारे में भी बात की, जो काफी चर्चा का विषय रहा है। गंभीर ने कहा, “सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि विराट की दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनने की निरंतर भूख है।” उन्होंने कहा कि नेट्स और जिम में कोहली की तैयारी उनकी उत्कृष्टता की निरंतर इच्छा का प्रमाण है। मुख्य कोच ने यह भी बताया कि ऑस्ट्रेलिया के आगामी दौरे के लिए कोहली की प्रत्याशा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।

गंभीर ने बताया, “बांग्लादेश श्रृंखला के लिए उनकी तैयारी और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए उनकी प्रत्याशा महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा कि कोहली, अश्विन और जडेजा जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों में अभी भी सर्वश्रेष्ठ बनने की ललक है, जो उभरते खिलाड़ियों के लिए एक आदर्श उदाहरण है। गंभीर के लिए, मुख्य कोच की भूमिका निभाना खुद को चुनौती देने की इच्छा से प्रेरित निर्णय था। आईपीएल में लखनऊ सुपर जायंट्स और कोलकाता नाइट राइडर्स जैसी टीमों के मेंटर रह चुके गंभीर मानते हैं कि राष्ट्रीय टीम के लिए मुख्य कोच की भूमिका निभाना एक बिल्कुल अलग चुनौती है।

“अभी शुरुआती दिन हैं। भारतीय टीम के मुख्य कोच की भूमिका निभाना एक बिल्कुल अलग चुनौती है। मैं पहले कभी मुख्य कोच नहीं रहा, लेकिन रोहित, विराट, अश्विन, बुमराह और जडेजा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी से चीजें आसान हो सकती हैं।”

आईपीएल में कई सालों तक योगदान देने के बाद गंभीर को लगा कि अब कुछ बड़ा करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा, “नई चुनौतियों का सामना करना ही मेरी प्रेरणा है और इसीलिए मैंने यह भूमिका निभाने का फैसला किया।”

–आईएएनएस

आरआर/

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