बुजुर्गों और महिलाओं का सशक्तिकरण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता: रविंद्र इंद्राज

नई दिल्ली, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह ने रविवार को बवाना के रोहिणी सेक्टर-20 स्थित रॉयल मार्केट में आयोजित राष्ट्रीय वयोश्री योजना के कैंप में 100 वरिष्ठ नागरिकों को लगभग 10 लाख रुपए के निःशुल्क सहायक उपकरण प्रदान किए। इसी कार्यक्रम में उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को निःशुल्क गैस कनेक्शन भी वितरित किए गए।
बवाना विधानसभा में पहले वर्ष के भीतर लगभग 1 करोड़ रुपए के सहायक उपकरण बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को वितरित किए जाने का लक्ष्य है।
रविंद्र इंद्राज ने कहा कि कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंत्योदय संकल्प के अनुरूप उच्च गुणवत्ता वाले सहायक उपकरण प्रदान किए गए। उन्होंने बताया कि पिछले 9 महीनों में ही वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों को पिछली सरकार के पूरे 5 वर्षों से अधिक सहायक उपकरण दिए गए हैं।
समाज कल्याण मंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि किसी भी घर या पड़ोस में कोई वरिष्ठ नागरिक उम्र या शारीरिक परिस्थिति के कारण सहायक उपकरण की आवश्यकता रखता है, तो हमें अवगत कराएं।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के निर्देशानुसार वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगजनों को दिल्ली सरकार की सभी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित किया जा रहा है। लगातार कैंप आयोजित कर उच्च गुणवत्ता के उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
रविंद्र इंद्राज ने कहा कि उपकरणों का लाभ घर-घर तक पहुंचाना विभाग की नैतिक जिम्मेदारी है। पात्र व्यक्तियों को बिना किसी बाधा यह सुविधा मिले, इसकी नियमित निगरानी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि आगे भी निरंतर असेसमेंट एवं वितरण कैंप आयोजित किए जाएंगे ताकि कोई भी जरूरतमंद छूट न जाए।
कैंप में वितरित उपकरणों में व्हीलचेयर, वॉकर, व्हीलबियर कमोड, कान की मशीन, चश्मा, सिलिकॉन फोम तकिया, स्पाइनल सपोर्ट बेल्ट, नी प्रेस, सर्वाइकल कॉलर सहित अन्य आवश्यक किट शामिल थीं।
रविंद्र इंद्राज ने कहा कि ये उपकरण सिर्फ सामग्री नहीं हैं, बल्कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए सहारा, सुविधा और आत्मविश्वास का माध्यम हैं। इससे उन्हें चलने-फिरने में आसानी, अकेले दैनिक कार्य करने की क्षमता, गिरने और चोट लगने का खतरा कम, सुनने और बोलचाल में सुविधा, सामाजिक और पारिवारिक जीवन में सक्रिय भागीदारी मिल सकेगी, जिससे उनका जीवन और अधिक स्वावलंबी, सुरक्षित और सम्मानपूर्ण बनेगा।
उन्होंने कहा कि कई बुजुर्ग और दिव्यांगजन सिर्फ इसलिए सीमित हो जाते हैं क्योंकि उनके पास सही उपकरण नहीं होते। यह पहल उनके जीवन में व्यावहारिक बदलाव लाएगी और उन्हें दोबारा समाज से जोड़ने में मदद करेगी।
–आईएएनएस
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